नई दिल्ली. सार्वजनिक रूप से छठ पूजा पर प्रतिबंध के खिलाफ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने यात्रा शुरू कर दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में छठ पूजा के साथ भेदभाव किया जा रहा है. सरकार पूजा में विघ्न डालने की कोशिश कर रही है. इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरना दे रहे बीजेपी सांसद मनोज तिवारी कथित तौर पर चोट लगने से घायल हो गए. उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा सांसद मनोज तिवारी दिल्ली सरकार द्वारा इस साल भी नदी किनारे और सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा लगाई गई रोक वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं. तिवारी ने छठ पूजा समारोह पर प्रतिबंध लगाने के लिए दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि अगर प्रतिबंध नहीं हटाया गया तो भाजपा दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेगी.
आपको बता दें कि तिवारी ने इस मुद्दे पर दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली समुदाय के लोगों के साथ बातचीत कर सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा समारोह आयोजित करने पर उनकी राय लेने के लिए छठ यात्रा शुरू करने का भी ऐलान किया था. बता दें कि, दिल्ली छठ पूजा समिति के पदाधिकारियों ने हाल ही में मनोज तिवारी से उनके आवास पर मुलाकात कर कोविड नियमों का पालन करते हुए यमुना नदी के किनारे, तालाबों और अन्य और सार्वजनिक स्थानों पर त्योहार मनाने का आग्रह किया था.
आपको याद दिला दें कि 30 सितंबर को दिल्ली सरकार ने राजधानी में कोविड-19 महामारी के चलते सार्वजनिक स्थानों, सार्वजनिक मैदानों, नदी तटों और मंदिरों में छठ पूजा उत्सव की अनुमति नहीं दी थी. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा जारी एक आदेश में जनता को अपने घरों में ही छठ पूजा मनाने की सलाह दी गई है.