- हिन्दुस्तान की अपनी बात ही कुछ निराली है
- ऐसे ही नही लोग यहां की मिट्टी के लिए तरसते हैं
- गौरतलब है कि दाऊद इब्राहिम भारत लौटना चाहता है
- शर्त है कि उसे मुंबई के आर्थर रोड जेल में ही रखा जाए
नई दिल्ली। हिन्दुस्तान की अपनी बात ही कुछ निराली है ऐसे ही नही लोग यहां की मिट्टी के लिए तरसते हैं आखिरी मुगल शासक बहादुर शाह जफर ने भी अपना दर्द इस तरह से जाहिर किया था कि “कितना है बदनसीब ज़फ़र दफ़्न के लिए, दो गज़ ज़मीं भी मिल न सकी कूए-यार में”!! ऐसे ही तमाम किस्से हैं जो इस बात को बखूबी पुख़्ता करते हैं कि वाकई लोग चाहे कैसे भी हों और कहीं भी हों अगर उन्होंने इस मिट्टी में उम्र का कुछ हिस्सा बिताया है तो तय है कि एक वक्त पर उन्हें हिन्दुस्तान याद बहुत आया है।
बेहद अहम और गौरतलब है कि अंडरवर्ल्ड डॅान और 1993 मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम भारत लौटना चाहता है। इस बात का खुलासा वकील श्याम केसवानी ने किया है। दाऊद के वकील केसवानी ने बताया कि दाऊद भारत लौटना चाहता है पर उसकी शर्त है कि उसे मुंबई के आर्थर रोड जेल में ही रखा जाए। ज्ञात हो कि केसवानी दाऊद के भाई इकबाल कासकर के अवैध वसूली के एक मामले में पैरवी कर रहे हैं। केसवानी ने इस बात का खुलासा ठाणे कोर्ट के बाहर मीडिया के साथ बातचीत में किया हैं।
साथ ही केसवानी ने आगे बताया कि दाऊद ने इससे पहले भी वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के जरिए कुछ साल पहले भी भारत लौटने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन भारत सरकार ने दाऊद की वापसी की शर्तों को मानने से इंकार कर दिया था।
याद हो कि एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी 6 महीने पहले अपने एक बयान में कहा था कि दाऊद भारत आना चाहता हैं। राज ठाकरे ने दावा किया था कि दाऊद ना सिर्फ भारत लौटना चाहता है बल्कि समझौते को लेकर उसकी मोदी सरकार से बात भी चल रही है। ठाकरे ने यह भी दावा किया था कि दाऊद बेहद बीमार चल रहा है और भारत में आखिरी सांस लेना चाहता है।