- अडानी ग्रुप के भी (एनपीए) की लिस्ट में शामिल होने के
- सुब्रमण्यम स्वामी के दावे से खासा हड़कम्प मच गया
- ‘अडानी ग्रुप’ ने बुधवार को एक स्टेटमेंट देकर दावा किया
- क्रेडिट रेटिंग एजेंसी द्वारा इंवेस्टमेंट ग्रेड की रेटिंग में रखा गया
नई दिल्ली। देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के बैंक फर्जीवाड़े और एनपीए की लिस्ट में शामिल किए जाने को लेकर राजनीतिक बयानबाजी के बीच अचानक अडानी ग्रुप के भी नॉन प्रॉफिट एसेट (एनपीए) की लिस्ट में शामिल होने के बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के दावे से खासा हड़कम्प मच गया।
हालांकि इस बयान के बाद गौतम अडानी की बहुराष्ट्रीय कंपनी ‘अडानी ग्रुप’ ने बुधवार को एक स्टेटमेंट देकर दावा किया है कि कंपनी ने विश्व स्तर पर अपनी संपत्ति बनाई है और वहीं भारत में कंपनी की कुल परिसंपत्ति समूह 1,10,000 करोड़ रुपये है।
कंपनी ने ये स्टेटमेंट भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रहमण्यम स्वामी के बयान के बाद जारी किया था जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उद्योगपति गौतम अडानी को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सबसे बड़ी गैर-परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) ट्रैपेज आर्टिस्ट करार दिया।
अडानी ग्रुप द्वारा स्टेटमेंट में यह भी जो़ड़ा गया कि ग्रुप अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी द्वारा इंवेस्टमेंट ग्रेड की रेटिंग में रखा गया है। कंपनी ने आगे कहा कि हमारी कपंनी का काम ऐसा है कि ट्रांसमिशन और पोर्ट बिजनेस को अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा इवेस्टमेंट ग्रेड में रखा हुआ है।
इसके साथ ही हमारी सभी कंपनियों को डोमेस्टिक रेटिंग एजेंसियों ने भी हाई क्रेडिट रेटिंग में रखा है। ग्रुप द्वारा सभी नियमों को माना जाता है और उन्हीं के अनुसार काम किया जाता है।
गौरतलब है कि गत दिनों भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर उद्योगपति गौतम अडानी को सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) बकाएदार बताते हुए उन पर निशाना साधा था।
स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अडानी की जबावदेही तय होनी चाहिए, अन्यथा वह (स्वामी) ऋण वसूली के लिए उनके खिलाफ अदालत में एक जनहित याचिका दायर करेंगे। अडानी की कंपनियों पर हजारों करोड़ रुपयों का बैंक कर्ज होने का आरोप है। इनमें विद्युत संयंत्र एवं वितरण, रीयल एस्टेट और अन्य वस्तुएं शामि