नई दिल्ली. भारत ने ओडिशा तट के पास सतह से सतह पर मार करने में सक्षम कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय का सफल परीक्षण किया. रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने यह जानकारी दी. डीआरडीओ द्वारा विकसित ठोस-ईंधन, युद्धक मिसाइल भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के पृथ्वी रक्षा वाहन पर आधारित है.
सूत्रों ने बताया कि एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सुबह करीब साढ़े दस बजे प्रक्षेपित की गई मिसाइल ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया. उन्होंने कहा कि निगरानी उपकरणों के जरिए तट रेखा से इसके प्रक्षेपण की निगरानी की गई. बता दें इंपैंक्ट की जगह पर तैनात सेंसरों ने मिसाइल परिक्षण की सटीकता को भी नोट किया प्रलय 350-500 किलोमीटर से कम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है और यह 500-1000 किलोग्राम का भार वहन करने में सक्षम है.
रक्षामंत्री ने दी बधाई
डीआरडीओ के अधिकारी ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्रायल के लिए डीआरडीओ और संबंधित टीमों को बधाई दी. उन्होंने तेजी से विकास और सतह से सतह पर मार करने वाली आधुनिक मिसाइल के सफल लॉन्च के लिए डीआरडीओ की सराहना की. समाचार के अनुसार अधिकारी ने कहा कि सचिव डीडी आरएंडडी और अध्यक्ष डीआरडीओ, डॉ जी सतीश रेड्डी ने टीम की सराहना की और कहा कि यह मिसाइल आधुनिक तकनीकों से लैस एक नई पीढ़ी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है और इस हथियार प्रणाली को शामिल करने से सशस्त्र बलों को आवश्यक प्रोत्साहन मिलेगा.