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अखिलेश ने चुनाव आयोग से ही मांग लिया पैसा, बोले- डिजिटल चुनाव प्रचार में बीजेपी हमसे बहुत आगे

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में चुनाव के दौरान रैलियों और रोड शो पर रोक से जुड़े चुनाव आयोग के फैसले से सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमुख अखिलेश यादव  काफी परेशान हो गए हैं. उन्होंने बीजेपी से मुकबला करने के लिए चुनाव आयोग से मदद मांगी है. दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने बीजेपी के आईटी सेट इंचार्ज पर केस दर्ज कराने की बात भी कही है.

बता दें कि चुनाव आयोग ने कहा कि इन चुनावों में कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 जनवरी तक किसी भी नुक्कड़ सभा और साइकिल रैली, बाइक रैली और पदयात्रा जैसी चीजों पर भी रोक रहेगी. चुनाव आयोग ने कहा कि केवल डिजिटल रैलियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा.

इस पर समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर चुनाव आयोग यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में राजनीतिक दलों के लिए वर्चुअल रैलियों के पक्ष में है, तो आयोग को इसे सभी राजनीतिक दलों के लिए एक समान बनाना चाहिए. अखिलेश ने कहा, वर्चुअल रैलियों की बात करें तो आयोग को उन पार्टियों के बारे में भी सोचना चाहिए, जिनके पास इसके लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं.

चुनाव के लिए आयोग राजनीतिक दलों को दे फंड

अखिलेश ने कहा, चुनाव आयोग को विपक्षी दलों को टीवी पर अधिक समय देना चाहिए और यह फ्री में मिलना चाहिए. बीजेपी के पास पहले से ही बड़ा संसाधन है. इलेक्शन बॉन्ड भी उन्हें ही सबसे ज्यादा मिलते हैं. विपक्षी पार्टियों को भी कहीं न कहीं स्पेस मिलना चाहिए. अखिलेश ने कहा, चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों को कुछ फंड देना चाहिए ताकि वे आगे बढ़ें. उन्होंने माना कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में बीजेपी, समाजवादी पार्टी समेत अन्य दलों से काफी आगे है. इस पर बीजेपी ने बहुत काम किया है. उन्होंने कहा कि सभी को बराबर का मौका मिलना चाहिए.

बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज पर केस करेंगे अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि वह बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय पर केस दर्ज कराएंगे. अमित मालवीय द्वारा किए गए ट्वीट को झूठा बताते हुए अखिलेश ने कहा कि दिल्ली में बैठे बीजेपी आईटी सेल वाले झूठा प्रचार कर रहे हैं. कहा कि मेरी एक तस्वीर लगाई है, जिसमें कहा गया है कि कानपुर रेड में जो व्यापारी पकड़ा गया है, वो मेरे साथ खड़ा है. अखिलेश ने कहा कि तहरीर अभी दी जाएगी और कार्रवाई सरकार बनने के बाद होगी, क्योंकि ऐसे तो एफआईआर होगी नहीं

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