नई दिल्ली. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर 2017 तक विलफुल डिफॉल्टर्स यानी जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाले की तादाद में 1.7 फीसदी का इजाफा हुआ है. लफुल डिफॉल्टर्स की तादाद बढ़कर 9063 हो गई. इन डिफॉल्टर्स ने क्षमता सरकारी बैंकों का करीब 1.10 लाख करोड़ रुपए के लोन का भुगतान नहीं किया है. इस बात की जानकारी वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने लोकसभा में एक सवाल का लिखित जवाब में दिया है.
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि जिसे विलफुल डिफॉल्टर्स नहीं चुका पा रहे हैं की कुल राशि 1,10,050 करोड़ रुपए है. उन्होंने बताया कि विलफुल डिफाल्टर्स की संख्या 9,063 करोड़ रुपए थी जो कि चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 9 महीनों के दौरान 1.66 फीसदी की बढ़ोतरी है.