मुंबई! बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान ने ट्वीट करके अपनी बीमारी के बारे में जानकारी दी.
अभिनेता इरफान खान न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी से पीडि़त हैं. इस बात का खुलासा उन्होंने खुद किया है. आपको बता दूं कि कुछ दिनों पहले एक्टर इरफान खान ने एक ट्वीट कर खुद को रेयर बीमारी होने की जानकारी दी थी. इसके बाद से उनकी बीमारी को लेकर कई अटकलें सामने आईं. तब उनकी पत्नी और फिल्म इंडस्ट्री से उनके कुछ फ्रेंड्स ने एक्टर की बीमारी पर गलत खबरें ना फैलाने की गुजारिश की थी. अब इरफान खान खुद ट्वीट कर अपनी बीमारी का खुलासा किया है.
उन्होंने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा, जिंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है जो आपको आगे लेकर जाती है. मेरी जिंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं. मुझे न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई है लेकिन मेरे आसपास मौजूद लोगों के प्यार और ताकत ने मुझमें उम्मीद जगाई है.
उन्होंने आगे लिखा, इसके इलाज के लिए मैं विदेश जा रहा हूं. मेरी सभी से प्रार्थना है कि वे मेरे लिए दुआएं करते रहें. मेरी बीमारी को लेकर न्यूरो की जो अफवाह फैलाई जा रही हैं, इसके लिए बता दूं कि न्यूरो हमेशा ब्रेन के लिए नहीं होता. जिन लोगों ने मेरे बयान का इंतजार किया, मुझे उम्मीद है कि मैं फिर से और स्टोरी लेकर वापस आऊंगा.
बता दें, इरफान ने कुछ दिनों पहले ट्वीट के जरिए लिखा था-कभी एक रोज आप दिन में उठते हो और आप को अचानक से ये जान कर झटका लगता है कि जीवन में सब कुछ सही नहीं चल रहा. पिछले कुछ दिनों से मेरा जीवन एक सस्पेंस स्टोरी जैसा हो गया है. मुझे नहीं पता था कि दुर्लभ कहानियों को तलाश करते-करते मेरा सामना एक दुर्लभ बीमारी सा हो जाएगा. इरफान ने आगे लिखा-मेरा परिवार और करीबी दोस्त मेरे साथ हैं और हम इस कठिन परिस्थिति से बाहर निकलने का पूरा प्रयास कर रहे हैं.
मेरा सभी से निवेदन है कि जब तक मैं खुद अपनी बीमारी के बारे में खुल के ना बताऊं कृपया आप लोग अपनी ओर से कुछ भी अनुमान ना लगाएं. जब मुझे इस बारे में कुछ भी पता चलेगा तो मैं आपको जरूर बताऊंगा. तब तक के लिए मेरी सलामती की दुआ करें
ये बीमारी बहुत ही कम लोगों को होती है. जानिए इस बीमारी की हर एक डिटेल…
– एंडोक्राइन ट्यूमर शरीर की उन कोशिकाओं में होता है, जो एंडोक्राइन हार्मोन रिलीज करती है.
– एंडोक्राइन ट्यूमर कैंसर का रूप भी ले सकता है.
– इसके कई ग्रेड होते हैं. ग्रेड एक और दो नॉर्मल है. वहीं, ग्रेड तीन सबसे खराब है.
– इस ग्रेड में ये कैंसर का रूप ले लेता है. यदि ग्रेड तीन का ट्यूमर है तो इसके लिए कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है.
– ये ट्यूमर केवल दिमाग में ही नहीं बल्कि फेफड़े, पेट,पेनक्रियाज और आंतों तक में हो सकता है.