लखनऊ! उत्तर प्रदेश सरकार ने हजरत अली के जन्मदिन के मौके पर 31 मार्च को सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया है. इस सिलसिले में राज्य के प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन ने आदेश जारी किए हैं.
आपको बात दें कि हजरत अली को पहला व्यक्ति माना जाता है जिसने इस्लाम को अपनाया. मुस्लिम समुदाय उम्माह के लोगों की दो शाखाएं हैं सुन्नी और शिया. हजरत अली को सुन्नी समुदाय द्वारा चौथा और अंतिम रशिडून का व्यक्ति माना जाता है और वहीं दूसरी तरफ उन्हें शिया मुस्लिम समुदाय का प्रथम इमाम माना जाता है. हजरत अली पहले व्यक्ति थे जिनका जन्म मुस्लिम समुदाय के सबसे पवित्र स्थान काबा, मक्का मदीना में हुआ था.
– हजरत अली इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगम्बर हजरत मुहम्मद के दामाद थे
– वे अपनी दरियादिली और मोटिवेशनल बातों के लिए जाने जाते हैं
– हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद जिन लोगों ने अपनी भावना से हजरत अली को अपना इमाम (धर्मगुरु) और ख़लीफा (नेता) चुना वो लोग शिया कहलाते हैं
– शिया विचारधारा के अनुसार हजऱत अली, जो मुहम्मद साहब के चचेरे भाई और दामाद दोनों थे, वही हजरत मुहम्मद के उत्तराधिकारी थे
– उनके मुताबिक हजरत अली को ही पहला ख़लीफ़ा (राजनैतिक प्रमुख) बनना चाहिए था. हालंकि ऐसा हुआ नहीं और उन्हें तीन और लोगों के बाद ख़लीफ़ा, यानि प्रधान नेता बनाया गया