डेस्क। हाल के कुछ समय से लगातार तमाम आरोपों को झेल रही प्रदेश की योगी सरकार के लिए उन्नाव के भाजपा विधायक का मामला न सिर्फ गले की फांस बनता जा रहा है बल्कि इसके चलते भाजपा की केन्द्र सरकार भी लोगों के निशाने पर आ गई है। और इस घटना को लेकर आज आम आदमी पार्टी विधायक की अलका लांबा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेहद कड़े शब्दों में आलोचना की है। इतना ही नही बॉलीवुड अभिनेत्री रिचा चड्ढा ने पीड़िता का पक्ष लेते हुए सीधे पीएम के नारे ‘बेटी बचाओ’ को निशाने पर लेते हुए कहा, आपकी पार्टी के विधायक ही नारे का मजाक बना रहे हैं। ऐसे में आपको बेटी बचाओ नहीं बेटी को हमसे ही बचाओ कहना चाहिए।
गौरतलब है कि जहां आप विधायक अलका लांबा ने CM योगी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि पुलिस ने बलात्कारियों को जेल में डालने की बजाय उसके पिता को जेल में रखा। जेल में ही पिता की मौत हो गई। क्या आप खौफ पैदा करना चाहते हैं कि बेटी के बलात्कार पर पिता और परिवार खामोश रहे। क्या आप यह दिखाना चाहते हैं आवाज मत उठाइए। अगर एक पिता आवाज उठाएगा अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए तो उसका यही हाल होगा। हमारा खून खौल रहा है। जनता ने आपको इसलिए जीत नहीं दिलाई थी कि बेटी का बलात्कार होगा और आप अपराधियों को बचाएंगे। बेटियों की सुरक्षा को आपने मजाक बनाकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि मन की बात में आप बेटी बचाओ का खोखला नारा देते हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने रिपोर्ट जारी की है। उस रिपोर्ट को पढ़िए। आपके राज में घटनाएं कम नहीं हुई बल्कि बढ़ी है।
वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री रिचा चड्ढा ने उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगे दुष्कर्म के आरोपों को लेकर मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की है। अभिनेत्री ने केंद्र की महत्वाकांक्षी ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ योजना को लेकर तंज कसा है। रिचा ने ट्वीट किया, ‘प्रिय सरकार, कृपा करके ‘बेटी बचाओ’ को बदलकर ‘बेटी हम से ही बचाओ’ कर दीजिए। आपके विधायक ही आपके नारे का मजाक बना रहे हैं।
इतना ही नही उन्होंने तमाम बेहद तीखी बातें करते हुए कहा कि पीड़िता के पिता की जेल में हत्या कर दी गई? हिंदू होने का दावा न करें, क्योंकि आप महिलाओं को देवी की नजर से नहीं देखते हैं। ऐसे में अब इस पाखंड को बंद करें।’ यह पहला मौका नहीं है जब बॉलीवुड अभिनेत्री ने मोदी सरकार को निशाना बनाया है। इससे पहले उन्होंने लोकतंत्र में विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर सरकार की आलोचना की थी।
एक तरह से प्रदेश की योगी सरकार वैसे पहले से ही पार्टी के ही कई दलित सांसदों के आरोपों के चलते काफी किरकिरी झेल रही थी वहीं अब उन्नाव वाले मामले को लेकर एक तरह से प्रदेश ही नही देश भर में प्रदेश सरकार की आलोचना हो रही है, इतना ही नही इस मामले के चलते प्रधानमंत्री मोदी के अभियान “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” भी लोगों के निशाने पर आ गया है और लोग उस पर भी तरह-तरह के तंज कसने लगे हैं।