चित्रकूट। हाल की कुछ घटनाओं तथा खासकर उन्नाव मामले से कुपित और व्यथित प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। ज्ञात हो कि 2 दिवसीय दौरे पर यहां आए योगी ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कठोर से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लचर कानून-व्यवस्था क्षम्य नहीं होगी।
साथ ही योगी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को चित्रकूट की सड़कों को प्राथमिकता पर पूर्ण कराने के निर्देश देते हुए कहा कि अन्तर्राज्यीय सड़कों का निर्माण प्राथमिकता पर किया जाए। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की विस्तार से समीक्षा के दौरान उन्होंने अधिकारियों को जनसामान्य को प्राथमिकता पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को पेयजल संकट से जूझे रहे बुंदेलखंड में पीने के पानी की स्वयं निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनसामान्य को पेयजल सम्बन्धी कठिनाई नहीं होनी चाहिए।
वहीं उन्होंने पेयजल योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारियों से कहा कि जल संस्थान, जल निगम तथा ग्राम पंचायत द्वारा संचालित योजनाओं का एक सप्ताह में निरीक्षण कराया जाए। पेयजल योजनाओं के समुचित संचालन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। पेयजल संचालन के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए। जल निगम के अधिकारियों को चित्रकूट की मऊ तथा बरगढ़ पेयजल योजनाओं को मई, 2018 तक सही ढंग से संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा जबकि प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए योगी ने निर्देश दिए कि इसमें यदि लाभार्थियों के शोषण की शिकायत प्राप्त होती है, तो सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सभी आवासों में शौचालयों का भी निर्माण कराया जाए। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि 2 अक्टूबर, 2018 से पहले चित्रकूट, महोबा, ललितपुर जिलों को ओडीएफ कराया जाए।