नई दिल्ली। कोल्होपुर में अपने पिता के गन्ने की जूस की दुकान पर हाथ बटाने वाली रेशमा प्रो रेसलिंग 3 में 62 किलोग्राम भारवर्ग में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक से हार गई। हालांकि रेशमा ये मैच 16-0 के अंतर से हारी लेकिन उन्होंने सबका दिल जीत लिया। रेशमा प्रो रेसलिंग लीग में महाराष्ट्र की ओर से जुड़ने वाली पहली महिला पहलवान बन गई हैं। वह यूपी दंगल की ओर से खेल रही हैं और उनको चोटिल गीता फोगाट की जगह शामिल किया गया।
रेशमा 2016 की नैशनल चैम्पियनशिप में सीनियर और जूनियर स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं। इसके अलावा वो कई बार विदेशों में अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेल चुकी हैं। 2014 यूथ ओलिंपिक में भी रेशमा ने भाग लिया था। जाहिर है कि महाराष्ट्र से खाशाबा जाधव और मारुति माने जैसे महान पहलवान हुए, जिन्होंने 50 से 70 के दशक में खासा नाम कमाया। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि रेशमा भी महाराष्ट्र से निकलकर एक अच्छे महिला रेसलर के तौर पर अपने राज्य का नाम रोशन करेंगी।
20 साल की रेशमा का जन्म महाराष्ट्र के कोल्हापूर जिले के वेडांगे गांव में हुआ। जूनियर स्तर पर अपने खेल से सबका दिल जीतने वाली रेशमा जल्दी ही अपने राज्य में मशहूर होने लगी, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से उन्हें वो स्तर नहीं मिल पाया, जिसकी वो हकदार हैं। रेशमा कोल्हापूर के न्यू कॉलेज से ग्रेजुएशन सेकेंड ईयर की स्टूडेंट भी हैं। बता दें कि प्रो रेसलिंग लीग 3 का आयोजन 9 से 26 जनवरी के बीच दिल्ली के सीरीफोर्ट स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में किया जा रहा है, जिसमें 6 टीमें भाग ले रही हैं।