नई दिल्ली। अपनी ही पत्नी की मौत पर आज भी कटघरे में खड़े कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर हाल में संयुक्त राष्ट्र द्वारा कश्मीर को लेकर जारी की गई रिपोर्ट पर बयान देकर काफी हद तक UN के समर्थन में नजर आए। दरअसल इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कश्मीर में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है। इसकी जांच की जानी चाहिए। वहीं संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है।
गौरतलब है कि सांसद शशि थरूर ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को अपना काम करना है और हमें अपना काम करना है। अगर संयुक्त राष्ट्र को मिली जानकारी गलत है तो इस बारे में जानकारी देना हमारा कर्तव्य है। एक सरकार के रुप में गलतियों को चिन्हित करना और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को बताना सरकार का कार्य है और उसे इसे करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में कुछ विवाद चल रहे हैं और कश्मीर में हिंसा भी हो रही है। शायद इसकी वजह से वहां मानव अधिकारों का उल्लंघन भी हो रहा है। इस वजह से मानवाधिकार आयोग कि रिपोर्ट आई है। सरकार को रिपोर्ट में गलत तथ्यों को पर अपनी बात रखनी चाहिए।
ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट कश्मीर को लेकर आई है। जिसमें कहा गया है कि कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र को कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन की जांच करनी चाहिए। हालांकि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग कि रिपोर्ट पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर भी आई है जिसमें कहा गया है कि वहां पर मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
वहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह रिपोर्ट तथ्यों के आधार पर नहीं है। यह केवल कश्मीर को लेकर गलत बातों के आधार पर बनाई गई है। विदेश मंत्रालय ने इस रिपोर्ट को एक तरफा करार दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अगर संयुक्ट राष्ट्र मानवाधिकार आयोग कश्मीर को लेकर जांच करेगा तो भारत इसके खिलाफ होगा। यह भारत की एकता पर हमला होगा और हमारी संप्रभुता का उल्लंघन होगा।