नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आज रविवार को पार्टी की नवगठित कार्य समिति की पहली बैठक हुई। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक, इस बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि नवगठित कार्यसमिति अनुभव और जोश का समावेश है तथा यह अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच सेतु का काम करेगी।
इसके साथ ही सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने कांग्रेसजनों का आह्वान किया कि वे भारत में दबे-कुचले लोगों के लिए खड़े हों और लड़ाई लड़ें। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई कांग्रेस कार्यकारी समिति को अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच सेतु बताते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से भारत के दमितों के लिए उठ कर लड़ने के लिए कहा।
ज्ञात हो कि गांधी ने पिछले दिनों 51 सदस्यीय कार्य समिति का गठन किया था जिसमें 23 सदस्य, 18 स्थाई आमंत्रित सदस्य और 10 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस की कमान संभालने वाले गांधी ने नई कार्य समिति में अनुभवी और युवा नेताओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है।
वहीं कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला, लगातार ‘आत्मप्रशंसा और जुमलों’ की संस्कृति को खारिज किया। उन्होंने कहा, ‘देश में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के सरकार के दावों के लिए 14 फीसदी कृषि विकास दर की आवश्यकता होगी, जो कहीं नहीं दिखाई दे रही है।’ इसके अलावा सिंह ने कहा, ‘हम भारत के सामाजिक सद्भाव, आर्थिक विकास को बहाल करने के ‘कठिन’ काम में राहुल गांधी का साथ देंगे।’
इसी प्रकार इस बैठक में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण उनकी ‘निराशा’ को दर्शाता है और यह दर्शाता है कि सरकार की ‘उलटी गिनती’ शुरू हो गई है। भारत के वंचितों और गरीबों पर निराशा एवं डर का राज है। हमें जनता को उस खतरनाक शासन से बचाना होगा जो भारत के लोकतंत्र के साथ समझौता कर रहा है। हम गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध हैं और कांग्रेस अध्यक्ष के प्रयासों में उनके साथ हैं।’