नई दिल्ली। तमाम जद्दोजेहद के बाद आखिरकार आज उत्तर प्रदेश के जनपद बुलदशहर की फरजाना ने निकाह-हलाला जैसी कुप्रथा के खिलाफ अपनी आवाज और भी बुलंद करते हुए इसके खिलाफ देश की सर्वोच्च अदालत में याचिका दाखिल कर दी है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर की निवासी फरज़ाना ने सोमवार को निकला- हलाला को समाप्त करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट ने इस याचिका को अन्य समान याचिकाओं के साथ संलग्न किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ सुनवाई करेगी। कोर्ट ने याचिकाओं की सुनवाई के लिए वरिष्ठ वकील विकास सिंह को नियुक्त किया है।
ज्ञात हो कि फरज़ाना की शादी साल 2012 में मुस्लिम रीति के साथ अब्दुल कादिर से हुई थी। शादी के एक साल बाद फरजाना को उसके पति की पहले हुई शादी का पता लगा गया। इसके बाद पती-पत्नी के बीच मनमुटाव हो गया।
वहीं साल 2014 में फरज़ाना के पति ने उसे गैरकानूनी तरीके से तलाक दे दिया। जिसके बाद से तीन तलाक पीड़िता फरज़ाना अपने मायके में रह रही है।