लखनऊ। सूचना के अधिकार के तहत उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी की गई जानकारी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा नियमों की अनदेखी कर तीन फिल्मों को अनुदान दिये जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है।
गौरतलब है कि एक्टीविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर को उत्तर प्रदेश शासन के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई सूचना से यह बात सामने आई है कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नियमों को पूरी तरह शिथिल करते हुए बुलेट राजा, डेढ़ इश्किया तथा या रब फिल्मों को 1-1 करोड़ रुपए का अनुदान दिया था।
दरअसल डॉ. नूतन ने वर्ष 2012-17 के बीच उत्तर प्रदेश शासन द्वारा फिल्मों को दिए गए अनुदान के संबंध में सूचना मांगी थी। विभाग द्वारा दी गई नोटशीट के अनुसार बुलेट राजा के निर्माता राहुल मित्रा ने निवेदन किया कि उनकी फिल्म की शूटिंग पूरी हो गई है, उन्हें अनुदान दिया जाए।
बताया जाता है कि इस पर निदेशक सूचना ने नियमों को शिथिल कर 3 किस्तों में अनुदान देने की जगह एकमुश्त अनुदान देने की संस्तुति की, जिस पर अखिलेश यादव ने 26 नवम्बर 2013 को अनुमोदन कर दिया।
इतना ही नही बल्कि इसके ठीक बाद डेढ़ इश्किया के निर्माता विशाल भरद्वाज के प्रार्थना पत्र पर सूचना निदेशक की संस्तुति पर 28 दिसम्बर 2013 तथा या रब के निर्माता मोहसिन अली खान के प्रार्थना पत्र पर सूचना निदेशक की संस्तुति पर यादव ने 13 मार्च 2014 को वैसा ही अनुदान अनुमोदित किया।
जानकारों की मानें तो अभी हाल ही का बंगला विवाद जैसे-तैसे थम पाया है कि अब कहीं ये मामला तूल न पकड़ जायें और फिर एक विवाद अखिलेश के गले पड़ जाए।