नई दिल्ली। हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली में आतंकियों की घुसपैठ की खुफिया सूचना के बीच सुरक्षा एजेंसियों को एक बेहद ही अहमू कामयाबी मिली है। दरअसल स्वतंत्रता दिवस समारोह से ठीक पहले सुरक्षा एजेंसियों ने रविवार को दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल उसकी पहचान हबीबउर रहमान उर्फ हबीब के रूप में हुई है। वह मूल रूप से उड़ीसा के केन्द्रापारा का रहने वाला है। फिलहाल वह काफी समय से सऊदी अरब के रियाद में रह रहा था। हालांकि नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) ने सोमवार को उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एनआईए के अनुसार हबीब वर्ष 2007 में गिरफ्तार लश्कर आतंकी शेख अब्दुल नईम उर्फ नोमी का हैंडलर था।
बताया जाता है कि नोमी को वर्ष 2007 में उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वह बांग्लादेश के रास्ते दो पाकिस्तानी और एक कश्मीरी आतंकवादी की भारत में घुसपैठ कराने का प्रयास कर रहा था।एनआइए के अनुसार शेख अब्दुल नईम अगस्त-2014 में कस्टडी से फरार हो गया था। उस वक्त उसे कोलकाता से महाराष्ट्र में कोर्ट में पेश करने के लिए लाया जा रहा था।
वहीं कस्टडी से फरार होने के बाद नईम पाकिस्तान और सऊदी अरब में रह रहे अपने हैंडलरों के निर्देश पर आतंकवाद में शामिल हो गया था। आरोपितों के बीच भारत में आतंकी साजिशों को अंजाम देने के लिए एक गहरी साजिश रची गई थी। इस साजिश का मकसद भारत के संवेदनशील स्थानों को निशाना बनाकर आतंकी घटनाओं को अंजाम देना था, ताकि देश को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सके।
इसके साथ ही एनआइए के मुताबिक नईम को आतंकी घटनाएं अंजाम देने के लिए संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके लिए नईम ने भारत में रहकर की फर्जी पहचान पत्र बनवाए थे। साथ ही उसने देश के अलग-अलग राज्यों में रैकी भी की थी। इसमें जम्मू-कश्मीर, हिमांचल प्रदेश और चंडीगढ़ के भीड़भाड़ वाले इलाके शामिल थे।
इसके अलावा दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय इंदिरा गांधी हवाई अड्डे से लश्कर आतंकी हबीब को गिरफ्तार करने के बाद एनआइए ने उसे आज दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश कर दिया है। एनआइए ने आरोपी से आतंकी साजिशों के संबंध में पूछताछ करने के लिए कोर्ट से उसकी रिमांड मांगी है।