नई दिल्ली। अमेरिका के विरोध और धमकी के बावजूद आज भारत और रूस के बीच कई अहम समझौते हुए। जिसके तहत बेहद अहम पांच एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली के लिए सौदे के अलावा दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और रेलवे समेत कई अन्य क्षेत्रों में भी समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
वहीं इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि इस वार्ता ने भारत-रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा दी है। उन्होंने कहा कि रूस के साथ अपने संबंधों को भारत सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। तेजी से बदलते इस विश्व में भारत और रूस के संबंध और भी अधिक प्रासंगिक हो गए हैं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा ‘मानव संसाधन विकास से लेकर प्राकृतिक संसाधनों तक, व्यापार से लेकर निवेश तक नाभिकीय ऊर्जा के शांतिपूर्ण सहयोग से लेकर सौर ऊर्जा तक, तकनीक से लेकर बाघों के संरक्षण तक, सागर से लेकर अंतरिक्ष तक, भारत और रूस के संबंधों का और भी विशाल विस्तार होगा। रूस से अब रिश्ते और भी मजबूत हो गए हैं।
इतना ही नही पीएम मोदी ने ये भी कहा, भारत की विकास यात्रा में रूस हमेशा हमारे साथ रहा है।’ हम दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई करने, अफगानिस्तान और इंडो-पैसिफिक कार्यक्रम, जलवायु परिवर्तन जैसे मामलों पर पारस्परिक लाभ है।इससे पहले हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई। यहां दोनों नेताओं ने एक दूसरे से हाथ मिलाया और फिर गले मिले।
गौरतलब है कि इस सौदे पर ऐसे समय में हस्ताक्षर किये गए हैं जब अमेरिका की ओर से रूस से हथियार खरीद पर ‘काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शन एक्ट (सीएसएसटीएसए) के तहत प्रतिबंध लग सकता है। अमेरिका ने अपने सहयोगियों से रूस के साथ लेनदेन नहीं करने का आग्रह किया है और चेताया है कि एस..400 मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली जिसे भारत खरीदना चाहता है, वह मुख्य विषय होगा जिस पर दंडात्मक प्रतिबंध को अमल में लाया जा सकता है । अमेरिकी सांसदों ने इंगित किया है कि इस पर राष्ट्रपति की ओर से छूट मिलने की संभावना है ।
ज्ञात हो कि पुतिन गुरुवार को दिल्ली पहुंचे थे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रूसी राष्ट्रपति का आईजीआई एयरपोर्ट पर स्वागत किया था। उनके साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। पीएम मोदी ने रशियन और अंग्रेजी में ट्वीट कर पुतिन का स्वागत किया। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति पुतिन, आपका भारत में स्वागत है। भारत-रूस की दोस्ती को और प्रगाढ़ करने वाली मंत्रणा को लेकर आशान्वित।