नई दिल्ली। देश में एक बार फिर पांच राज्यों के चुनावों का चरण और दो प्रमुख सियासी दल चले भगवान की शरण। दरअसल चुनाव के मद्देनजर चाहे वो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह हों या फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ही में खुद को ज्यादा धार्मिक जताने की होढ़ मची है। जिसके चलते दोनों ही मंदिरों में दर्शन करने और भगवान से जीत का आशीर्वाद लेने में जुट गये हैं।
गौरतलब है कि पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना) में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वहीं क्योंकि मध्यप्रदेश तथा राजस्थान की 50 फीसदी और छत्तीसगढ़ की 40 प्रतिशत सीटों पर मंदिरों का प्रभाव होने के चलते अब सियासी दलों के प्रमुखों की मंदिरों में मत्था टेकने की होड़ मचना स्वाभाविक है।
अगर जानकारों की मानें तो इन तीनों राज्यों की कुल 520 विधानसभा सीटों में से 240 सीटों पर प्रमुख मंदिरों का प्रभाव है। और वहीं सबसे अहम बात है कि इन तीनों राज्यों में अभी भाजपा की सरकार है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा लगातार 15 साल से सत्ता में है। वहीं राजस्थान में भाजपा ने 2013 में सत्ता में वापसी की थी।
ज्ञात हो कि गुजरात चुनाव के दौरान शुरू हुआ राहुल गांधी का मंदिरों में मत्था टेकने का सिलसिला देखते ही देखते बढ़ता ही चला गया। जिसके तहत वो कैलाश मानसरोवर के दर्शन करने के साथ ही कई और मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं। इसी क्रम में बीते शनिवार को राहुल फिर मुरैना, गौरीघाट और जबलपुर पुहंचे थे। यहां गौरीघाट में उन्होंने पूजन-अर्चना भी की।
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होगा। यहां विधानसभा की 230 में से 109 सीटों पर 8 प्रमुख धर्मस्थलों का प्रभाव है। भाजपा अध्यक्ष अभी तक दो बार उज्जैन के महाकाल मंदिर जा चुके हैं। वहीं राहुल भोपाल में विश्वकर्मा मंदिर और चित्रकूट में कामतानाथ मंदिर में मत्था टेक चुके हैं।
राजस्थान में 7 दिसंबर को मतदान होगा। यहां की 200 विधानसभा सीटों में से 81 पर धर्मस्थलों का प्रभाव है। आने वाले दिनों में प्रचार के दौरान अमित शाह और राहुल गांधी के यहां कई मंदिरों में जाने की संभावना है। बता दें कि राजस्थान में भाजपा ने साल 2013 में कांग्रेस को हराकर सत्ता छीनी थी। इस बार कांग्रेस वापसी की पुरजोर कोशिश में है। सचिन पायलट और अशोक गहलोत पूरा जोर लगाए हुए हैं।
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होगा। पहले फेज में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 12 नवंबर को जबकि दूसरे फेज में 20 नवंबर को चुनाव होगा। यहां की यहां 90 में से 50 सीटों पर 5 प्रमुख धार्मिक स्थल प्रभाव डालते हैं। इसी को देखते हुए अमित शाह बम्लेश्वरी मंदिर, शद्दाणी दरबार, गिरौदपुरी मंदिर का दौरा कर चुके हैं। वहीं राहुल गांधी भी गरौदपुरी गए थे। जल्द ही बाकी मंदिरों में भी राहुल का जाना तय है।