लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अयोध्या के दौरे के दूसरे दिन दीवाली की सुबह हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। उसके बाद रामलला के दर्शन किए। सीएम योगी दिगंबर अखाड़ा और सरयू घाट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुग्रीव किला, महंत नृत्य गोपाल दास समेत भक्तमाल में जाकर साधु संतों से मुलाकात की। इसके बाद दिगंबर अखाड़ा में नाश्ता करके श्री राम के स्थापित होने वाली प्रतिमा स्थल का निरीक्षण किया।
वहीं मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम की एक दर्शनीय मूर्ति स्थापित होगी। इसके लिए चर्चा चल रही है। सीएम ने यह भी कहा कि उन्होंने मूर्ति के स्थापित करने के लिए जगह देखी हैं, अयोध्या के लिए सरकार ने योजनाएं बनाई हैं, जिन पर जल्द काम होगा। साथ ही साफ तौर पर कहा कि अयोध्या में रामलला ही हैं, मंदिर था, है और रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार संवैधानिक दायरे में रहकर तमाम विकल्पों पर विचार कर रही है। कुछ साल में अयोध्या बेहतरीन नगरी के रूप में विकसित होगी।
इस दौरान सीएम योगी ने का कि अयोध्या में विधवा और अनाथ बच्चों को लिए एक आश्रम बनाने पर विचार किया जा रहा है। इस आश्रम का नाम माता कौशल्या के नाम पर होगा। उन्होंने कहा कि भूमि की उपलब्धता के आधार पर निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने अयोध्या के मंदिरों में प्रभु राम की पूजनीय मूर्ति के अतिरिक्त दर्शनीय मूर्ति लगाने के स्थल का निरीक्षण कर कहा कि सर्वै कराया जा रहा है और जल्द शिलान्यास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने प्रभु राम के प्रतिमा की ऊंचाई के विषय पर पूछे गये सवाल को टालते हुए कहा कि समय आने पर सारी स्थिति साफ हो जाएगी। उन्होंने यह भी जोड़ा की स्थापित प्रतिमा के लिए ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है जिससे कि आस्था का सम्मान हो सके।