लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित समूचे उत्तर प्रदेश में 70 वां गणतंत्र दिवस परंपरागत हषोर्ल्लास के साथ मनाया गया। बादलों से ढके आसमान के तले मुख्य समारोह विधानसभा के बाहर संपन्न हुआ जहां राज्यपाल राम नाईक झंडारोहण किया और गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली।
इस अवसर पर आकर्षक झांकियां निकाली गई, देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत हजारों की तादाद में लोगों ने इन झांकियों को निहारा और कदमताल मिलाते सुरक्षा बलों को देखकर तालियां बजाई एवं उनकी हौसला अफजाई की।
कानपुर वाराणसी इलाहाबाद मेरठ बलिया गाजीपुर बस्ती गोरखपुर बरेली एवं मुरादाबाद समेत सभी उत्तर प्रदेश में ठंड के बीच गणतंत्र दिवस समारोह पूरे हषोर्ल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर प्रभात फेरियां निकालीं गयी। मिठाई बांटी गयी। जगह जगह झंडारोहण के कार्यक्रम आयोजित किए गये।
राज्यपाल ने कहा कि देश के संविधान ने विभिन्न राज्य, भाषाएं, धर्म, जाति, खानपान व वेशभूषा जैसी विविधताओं से परिपूर्ण इस विशाल देश को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य किया। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि आदर्श समाज के निमार्ण के लिए सभी लोग जन-कल्याण के कार्यक्रमों में सहयोग करें।
बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर झंडारोहण किया और लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। राज्यपाल राम नाईक ने एक भव्य समारोह में राजभवन में झंडारोहण कर लोगों से संविधान के प्रति आस्थावान रहने का आव्हान किया।
कानपुर में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने झंडारोहण कर लोगों को गणतंत्र दिवस की भकामनाएं दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गणतंत्र दिवस हमें आत्मचिंतन करने और महान देशभक्तों के सपनों एवं लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्ध होने की प्रेरणा देता है।
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस स्वाधीनता सेनानियों के त्याग एवं बलिदान का स्मरण कराता है। इस मौके पर योगी ने कहा कि हमें विश्वास है कि गणतंत्र दिवस पर नागरिकगण भारत को नई उपलब्धियां हासिल कराने के लिए संकल्पबद्ध होंगे।
इसके साथ ही बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती देश की जनता को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी वही समाजवादी पाटीर् अध्यक्ष अखिलेश यादव यह आपने बधाई संदेश में कहा कि संविधान की रक्षा का दायित्व भारतीय विशेष कर सरकारों को पूरी संजीदगी से निभाने की जरूरत है।