नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के महासंग्राम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अपने पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत बेहद ही सधे अंदाज में पार्टी का जबर्दस्त घोषणा पत्र जारी किया। इसे जहां जन-आवाज का नाम दिया गया है। वहीं घोषणा पत्र के कवर पेज पर लिखा गया है- हम निभाएंगे।
इस 55 पन्नों के घोषणापत्र को छह हिस्सों में बांटा गया है- काम, दाम, शान, सुशासन, स्वाभिमान और सम्मान। घोषणापत्र को जारी करने के दौरान राहुल के साथ सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे।
इस घोषणा पत्र जारी करने के दौरान बेहद उत्साहित राहुल गांधी ने कहा कि घोषणापत्र को बंद दरवाजों के पीछे नहीं जनता के बीच जाकर तैयार किया है। राहुल गांधी ने इस घोषणा-पत्र को कांग्रेस का बड़ा कदम बताया और कहा कि जब हमने एक साल पहले इसके लिए प्रक्रिया की शुरुआत की थी तो पी. चिदंबरम और राजीव गौड़ा से कहा था कि यह घोषणा-पत्र देश की जनता की राय होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिस तरह कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ में पांच उंगलियां है, इसी तरह हमारे घोषणापत्र में पांच बड़ी बातों का जिक्र है। फिलहाल देश में किसान और रोजगार इस देश में सबसे बड़े मुद्दे हैं।
कांग्रेस के घोषणा पत्र की मुख्य बातें
- हर साल 20 फीसदी गरीबों को न्याय योजना के तहत 72 हजार रुपये सालाना।
- मार्च 2020 तक 22 लाख खाली पड़े पदों को भरा जाएगा।
- युवाओं को पक्का रोजगार मिलेगा।
- जीएसटी को आसान बनाया जाएगा।
- मनरेगा में 100 दिन से बढ़ाकर 150 दिन रोजगार गारंटी।
- राफेल समेत बीते पांच सालों के सभी सौदों की जांच
- 3 साल तक नए कारोबारों को किसी मंजूरी की जरूरत नहीं।
- ग्राम पंचायत में 10 लाख नौकरियां।
- जीडीपी का 6 फीसदी शिक्षा के लिए खर्च होगा।
- किसानों के लिए अलग बजट, कर्ज न चुका पाएं तो आपराधिक मामला नहीं।
- संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण
- सरकारी अस्पतालों को मजबूत करेंगे।
- हिंसक भीड़ पर रोक लगाएंगे, लोकसभा में नया कानून लाएंगे।
- जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती की समीक्षा
- आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट (एएफएसपीए) की समीक्षा
- अनुच्छेद 370 में कोई बदलाव नहीं
- राजद्रोह खत्म करने का वादा
- मानहानि को दीवानी मामलों के दायरे में लाएंगे।
घोषणा पत्र जारी करने से पहले घोषणा पत्र समिति के कन्वीनर राजीव गौड़ा ने यहां मौजूद लोगों को बताया कि कैसे उन्होंने इस घोषणा पत्र को तैयार किया। गौड़ा ने बताया कि लोगों के बीच जाने के अलावा जो भी संभव माध्यम था उससे लोगों तक पहुंचकर लोगों की राय ली गई। लोगों से मिले इनपुट के बाद हम कईं दिनों तक बैठे और आखिरकार इस घोषणा पत्र को तैयार किया गया है।
वहीं घोषणा पत्र समिति के चेयरमैन पी. चिदंबरम ने कहा कि मेरे विचार से घोषणा पत्र में लिखी बातें लाखों लोगों की भावनाएं हैं। इस घोषणा पत्र में कुछ बातें लोगों ने लिखी हैं। वैसे हजारों लोगों ने अपनी बात कही लेकिन हम हर चीज को इसमें शामिल नहीं कर सके। हर क्षेत्र से जुड़े लोग फिर चाहे को किसान और मोजदूर हो, देश दुनिया की नीतियों की चिंता करने वाले हों सबकी राय ली गई।
माना जा रहा है कि यह घोषणा पत्र कांग्रेस के नेरेटिव को दिखाता है और तय करता है। हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष ने देश में नेरेटिव पहले ही तय कर दिया है। भाजपा ने पिछले चुनाव में भी लोगों को मुद्दों से भटकाया था और अब भी यही कर रही है। लेकिन हम लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दों पर लाएंगे।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि यह घोषणा पत्र देश के लाखों लोगों से चर्चा करके बनाया गया है। कांग्रेस के लिए आज का दिन एतिहासिक है। यह घोषणा पत्र लोगों की उम्मीदों को पूरा करने वाला है। घोषणा पत्र में दलितों और अल्पसंख्यकों का पूरा ख्याल रखा गया है।