जम्मू। तमाम खुफिया चेतावनी और सर्तकता के बावजूद आज सुबह जम्मू के बाहरी इलाके सुंजुवां ब्रिगेड स्थित सेना शिविर पर आतंकवादियों के एक समूह के हमले में दो 2 जवान शहीद हो गए। इसके साथ ही जख्मी बच्ची की भी मौत हो गई। इस हमले में तीन जवान भी घायल हुए हैं। गोलीबारी में सीईओ कर्नल सोलंकी और एक लांस नायक भी घायल हो गया है। सेना कैंप पर आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
गौरतलब है कि खुफिया एजेंसियों ने अफजल गुरू की बरसी पर जैश ए मोहम्मद द्वारा सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाये जाने को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी। सूत्रों के मुताबिक अफजल गुरू की बरसी को देखते हुए पूरे जम्मू कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित किया गया था। अफजल गुरू को नौ फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक आज सुबह जम्मू के बाहरी इलाके सुंजुवां ब्रिगेड स्थित सेना शिविर में चार से पांच आतंकवादी अचानक घुस गए। अधिकारियों ने बताया कि शिविर के पिछले हिस्से में सैन्यकर्मियों के आवासीय क्वार्टर हैं। आतंकवादियों की संख्या दो से तीन मानी जा रही है। हालांकि उन्हें अलग-थलग किया जा चुका है। सेना कैंप के अंदर मौजूद आतंकियों को खदेडऩे के लिए ऑपरेशन तेज हो गया है। चार टीमों को आर्मी कैंप के अंदर भेजा गया है। उस घर को चारों ओर से घेर लिया गया है, जिसमें आतंकी छिपे बैठे हैं।
वहीं इस संबंध में जानकारी देते जम्मू के आई.जी. एस.डी. सिंह जामवाल ने बताया कि शनिवार तड़के 4:55 बजे संतरी के बंकर पर फायरिंग की गई। इस पर जवानों की ओर से जवाबी फायरिंग की गई। आतंकी सेना के एक क्वार्टर में घुसे हुए हैं। कितने आतंकी हैं अभी यह पता नहीं चल सका है। पूरे जम्मू शहर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। सेना ने कैम्प को चारों ओर से घेर लिया है।आतंकी कैंप की जाली काट कर अंदर घुसे और उसके बाद उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। वहीं इस आंतकी हमले के चलते जम्मू-पठानकोट हाईवे पर यातायात बंद कर दिया गया है।
आपको बता दे कि कुछ समय से आतंकी लगातार सेना के कैंप को निशाना बनाने की कोशिश में जुटे हैं। पांच फरवरी को रात जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने पुलवामा के काकापुरा में सेना के 50वीं राष्ट्रीय राइफल्स कैंप पर हमला बोल दिया. इस दौरान आतंकियों ने कैंप पर फायरिंग की और ग्रेनेड फेंके। हालांकि इस हमले में किसी को नुकसान नहीं हुआ है।