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नवाबों की नगरी को लगती कोरोना की नजर, राजधानी का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट इलाका बना सदर

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रवि प्रकाश श्रीवास्तव

लखनऊ। आम बोलचाल में सदर के बारे में अक्सर एक कहावत हमेशा से कही जाती रही है लेकिन इस बार काफी हद तक उक्त कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है दरअसल देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजधानी और नवाबों की नगरी लखनऊ को अगर कोरोना की नजर लगी है तो उसमें अहम योगदान सदर के कसाईबाड़ा इलाके का ही रहा है। जिसकी बानगी है कि तमाम एहतियातों के बावजूद भी इस इलाके से नये मरीजों का सामने आना न सिर्फ शहर में कोरोना के खतरे को बढ़ाने वाला साबित हो रहा है बल्कि सूबे में अब तक काफी हद तक काबू में रहे हालातों को भी बिगाड़ने वाला साबित हो सकता है।

गौरतलब है कि लखनऊ में कुछ दिनों की राहत के बाद कोरोना वायरस का खतरा अचानक बढ़ गया है। मंगलवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में जांच किए गए 806 सैंपल में से 45 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। पॉजिटिव पाए गए मरीजों में से 31 लखनऊ के हैं। चिंता की बात यह है कि पॉजिटिव लोगों में 9 वर्ष से लेकर 16 वर्ष के बच्चे भी शामिल हैं। इनमें से अधिकतर नजीराबाद और सदर इलाके के रहने वाले हैं। राजधानी में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में पॉजिटिव मामले मिलने से हड़कंप मच गया है।

एसीएमओ डीपी त्रिपाठी ने बताया कि पॉजिटिव पाए गए संक्रमितों में से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है। इनमें से अधिकतर संक्रमितों को स्वास्थ्य विभाग क्वारंटीन करा चुका है। प्रदेश में भी कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या चिंता का सबब बन गई है। मंगलवार को लिए गए 806 नमूनों में से आज 45 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इन संक्रमितों में 31 राजधानी लखनऊ के हैं। वहीं, फिरोजाबाद में भी पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ऐसे में प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 720 पहुंच गई है। मंगलवार को यूपी में तीन लोगों की कोरोना से मौत हुई थी जिसके बाद प्रदेश में इस संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या 11 हो चुकी है।

राजधानी लखनऊ का सदर इलाका प्रदेश का सबसे बड़ा कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। अब तक यहां से 59 कोरोना संक्रमित लोग मिल चुके हैं। बुधवार को सदर इलाके से एक ही दिन में 28 केस सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासन ने पहरा और कड़ा कर दिया है। इसके तहत पूरे सदर इलाके को तीन भागों में बांटा गया है। इसके अलावा सील इलाके का दायरा 200 से 300 मीटर तक बढ़ाने को लेकर मैपिंग की जा रही है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बताया कि पहले चरण में सील इलाके में प्रत्येक घर के एक सदस्य का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। 

ज्ञात हो कि विगत 3 अप्रैल 2020 को सदर की अलीजान मस्जिद से मिले 12 जमातियों  में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद कसाईबाड़े इलाका सील किया गया था। उसके बाद से लगातार वहां संक्रमित लोगों के मिलने का सिलसिला जारी है जोकि थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसके तहत अब बुधवार को 28 लोगों के संक्रमित मिलने के बाद सदर में सील इलाके का दायरा बढ़ाया जा रहा है। जिन गलियों से कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं और जिन इलाकों में इनका मूवमेंट रहा है, वे सभी इलाके सील किए जाएंगे। नगर निगम की तरफ से सील परिक्षेत्र व उसके आसपास के इलाकों में सैनिटाइजेशन का काम कराया जा रहा है, जिसे युद्ध स्तर पर और आगे बढ़ाया जाएगा।

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से प्रत्येक घर के एक सदस्य का मेडिकल परीक्षण कराने का काम शुरू कर दिया गया है। इस सिलसिले में जेसीपी नवीन अरोरा के अनुसार सदर के सील इलाके की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। सीसी कैमरों की मदद से हर वक्त नजर रखी जा रही है। इसके अलावा चार ड्रोन कैमरों से गलियों और छतों की निगरानी का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि करीब 80 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसमें से 20 कैमरे कसाईबाड़े इलाके में लगाए गए हैं। पूरे दिन चार टीम फील्ड टेस्टिंग का काम कर रही हैं। 

वहीं मौजूदा हालातों को देखते हुए जेसीपी ने बताया कि खाने-पीने के सामान की डिलेवरी के दौरान विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सरकारी संस्था की तरफ से सुबह और शाम के वक्त सील इलाकों में दवा, फल, सब्जी, दूध व राशन की सप्लाई की जा रही है। पर, अब जबकि सील इलाके का दायरा बढ़ाया जा रहा है तो नगर निगम और प्रशासन से बात करके सामान पहुंचाने वाले वेंडरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। ताकि यहां रहने वाले लोगों को जरूरी सामान की किल्लत न हो। सभी वेंडर सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए सामान पहुंचा रहे हैं। यहां तैनात पुलिस कर्मी को भी सुरक्षित रहने के टिप्स दिए गए हैं।  

इसके साथ ही जेसीपी ने बताया कि लॉकडाउन के तहत शहर को पांच जोन, 14 सेक्टरों व 32 सब सेक्टरों में बांटा गया है। 225 बैरिकेडिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां 307 इंस्पेक्टर/सब इंस्पेक्टर, 219 पुरुष सिपाही व 252 महिला सिपाही दो शिफ्टों में ड्यूटी कर रहे हैं। इसके अलावा ट्रैफिक के 10 इंस्पेक्टर, 58 टीएसआई, 42 एचसीपी, 179 हेड कांस्टेबल व 305 होमगार्ड 11 जोन में बंटकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम 89 चार पहिया और 77 दो पहिया वाहनों से गश्त कर रही है। 

इसके अलावा ने ये भी जेसीपी ने बताया कि फायर ब्रिगेड की टीम सैनिटाइजेशन के काम में मजबूती से जुटी है। सीएफओ के नेतृत्व में 10 एफएसओ, 42 ड्राइवर व 106 फायर मैन 35 गाड़ियां से सैनिटाइजेशन कर रहे हैं। इसके अलावा सात कंपनी सीएपीएफ, एक कंपनी आरएएफ व पांच कंपनी पीएसी ड्यूटी में लगी है। 

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