नई दिल्ली. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है. आर्थिक और औद्यागिक गतिविधियां अवरुद्ध होने के कारण बेरोजगारी बढ़ रही है. इस बीच श्रीलंका सरकार द्वारा इस हालात से निपटने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है. यही वजह है कि श्रीलंका सरकार भारतीय रिजर्व बैंक के साथ 40 करोड़ डॉलर मुद्रा की अदला-बदली का करार करने जा रही है.
इसकी जानकारी देते हुए श्रीलंका के सूचना एवं संचार मंत्री बंडुला गुणावर्धन ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे द्वारा रखे गए रिजर्व बैंक के साथ वित्तीय सुविधा के करार संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इससे देश को लघु अवधि की अंतरराष्ट्रीय नकदी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी.
गुणावर्धन ने कहा कि श्रीलंका, भारतीय रिजर्व बैंक के साथ 40 करोड़ डॉलर की मुद्रा अदला-बदली का कॉन्ट्रैक्ट करेगा. उन्होंने कहा कि इस कदम का उद्देश्य देश के विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत करना है. गौरतलब है कि व्यापार संबंधी भुगतान करते समय दो देश मुद्रा अदला-बदली करार करने का फैसला करते हैं.
वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने भारत के विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े जारी किए हैं. इसके मुताबिक 17 अप्रैल को समाप्त हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 3.09 अरब डॉलर बढ़कर 479.57 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.81 अरब डॉलर बढ़कर 476.47 अरब डॉलर हो गया था. वहीं छह मार्च को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशीमुद्रा भंडार 5.69 अरब डॉलर बढ़कर 487.23 अरब डॉलर पर पहुंच गया था जो अब तक का रिकॉर्ड है.