कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर फायरिंग मामले में कॉल डिटेल से अहम खुलासा हुआ है कि बदमाश विकास दुबे के संपर्क में चौबेपुर पुलिस थाने के दो दारोगा और एक सिपाही था. इसके बाद एसएसपी ने दारोगा कुंवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा समेत सिपाही राजीव को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
इससे पहले कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने चौबेपुर के एसएचओ विनय तिवारी सस्पेंड कर दिया था. बताया जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने ही गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस रेड की सूचना दी थी.
जानकारी के अनुसार बीते रविवार को पुलिस ने विकास दुबे के गुर्गे दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया था. दयाशंकर ने कबूल किया था कि विकास दुबे ने ही पुलिसवालों पर गोली चलाई थी. दयाशंकर ने साथ ही खुलासा किया कि रेड की खबर विकास को थाने से पता चली थी, जिसके बाद विकास ने 25-30 लोगों को बुलाया था. यह सभी लोग हथियारों से लैस थे.
गौरतलब है कि 2-3 जुलाई की दरमियानी रात चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में माफिया सरगना विकास दुबे को पकडऩे गई पुलिस टीम पर छत पर खड़े बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी. गैंगस्टर विकास दुबे के घर छापा मारने गई पुलिस टीम पर कातिलाना हमला किया गया था. पुलिस जैसे ही घर के पास पहुंची थी, छत से गोलियों की बौछार शुरू हो गई थी. इस वारदात में एक पुलिस उपाधीक्षक और तीन दरोगा समेत 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे, जबकि सात अन्य जख्मी हो गए थे.