नई दिल्ली. कोविड-10 वायरस के संक्रमण से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान पहुंचा है. इसके चलते करोड़ों लोगों की नौकरियों पर भी असर दिखाई दे रहा हे. वहीं सोमवार को हुई संसदीय दल की बैठक में भी कोविड-19 से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर चर्चा की गई. पैनल ने कहा कि कोरोनो वायरस महामारी ने 10 करोड़ से ज्यादा नौकरियों को खतरे में डाल दिया है. इस बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संसदीय पैनल के सदस्यों ने बैठक में कोविड-19 के कारण नौकरी में हुए नुकसान और स्टार्टअप को बढ़ावा देने की आवश्यकता के मुद्दों पर जोर दिया गया. पैनल ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने की जरुरत है.
पैनल ने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज ने उद्योग को बढ़ी राहत दी है, साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त किया है.पैनल के कुछ सदस्यों ने कोविड-19 के कारण लोगों को नौकरी में हुए नुकसान का मुद्दा उठाया.
उन्होंने कहा कि नौकरी किसी भी गैर-व्यवसायिक परिवार के लिए एक बड़ी उम्मीद है. कोरोनो वायरस महामारी ने 10 करोड़ से ज्यादा नौकरियों को खतरे में डाल दिया है. नौकरियां जाने और बेरोजगारी बढऩे से अपराध में वृद्धि हो सकती है, ऐसे में सरकार को रोजगार पैदा करने के नए-नए तरीकों से अवगत कराना चाहिए.