बोर्ड परीक्षा 2019 की तैयारियों के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गई बैठक में उन्होंने बीते वर्ष नकलविहीन परीक्षा के लिए अधिकारियों को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष की तरह इस बार भी परीक्षा केन्द्रों का स्थलीय निरीक्षण/सत्यापन परिषद की वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से अपलोड कर दिया जाए। जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) के स्तर पर परीक्षा केन्द्रों के निरीक्षण 15 सितम्बर 2018 तक पूरा कर लिया जाए। वहीं क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिव और मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक एक नियंत्रण कक्ष बनाकर इस कार्रवाई को अंतिम रूप दे दें।
डॉ. दिनेश शर्मा ने संवेदनशील परीक्षा केंद्रों का चिह्नांकन की कार्रवाई सावधानीपूर्वक करने के निर्देश दिए और कहा कि परीक्षा केंद्र निर्धारण में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर डीआईओएस को दोषी माना जाए। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी में वॉयस रिकार्डिंग की व्यवस्था भी करवाई जाएगी और इस वर्ष परीक्षार्थियों का नामांकन आधार से लिंक कराया गया है ताकि फर्जी परीक्षार्थियों के बैठने पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के मानदेय का भुगतान तत्काल कर दिया जाए। उत्तर पुस्तिकाओं में डी-कोडिंग करवाई जाए।
लड़कियों के स्वकेंद्र परीक्षा केन्द्र निर्धारण के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि कक्ष निरीक्षक दूसरे स्कूलों के तैनात किए जाएंगे। बीते वर्षों के डिबार स्कूलों की अवधि व मानक पूरे होने पर ही केन्द्र बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता अभियान चलाया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल, सचिव संध्या तिवारी, विशेष सचिव चंद्र विजय तिवारी, निदेशक विनय कुमार पाण्डेय आदि मौजूद रहे।