नई दिल्ली! हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनावों को लेकर अपना घोषणा पत्र जारी किया है. जिसमें ये वादा किया गया है कि अगर कांग्रेस इन चुनावों में जीतेगी तो कश्मीर घाटी से सेना घटा दी जाएगी और अफस्पा पर पुनर्विचार किया जाएगा. जहां एक ओर कांग्रेस पार्टी में इस घोषणापत्र की वाह-वाही हो रही है, वहीं दूसरी ओर भारतीय सेना ने इन वायदों पर आपत्ति जताई है और कहा है कि अगर ऐसा हुआ तो घाटी में आतंकवाद को खुली छूट मिल जाएगी, जोकि बेहद खतरनाक है.
कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर आपत्ति जताते हुए सेना के सूत्रों का कहना है कि इस तरह का फैसला जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के लिए खुली छूट साबित होगा. सेना की मौजूदगी को कम करने की वजह से ही अनंतनाग और त्राल जैसे इलाकों में हालात बेकाबू बने हुए हैं.
भारतीय सेना की ओर से AFSPA पर पुनर्विचार के फैसले भी आपत्ति जताई गई है. उनका कहना है कि इसकी कमी करना केवल देश विरोधी ताकतों को फायदा पहुंचाने जैसा ही होगा. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की है कि जम्मू-कश्मीर में AFSPA जरूरी है.
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