नई दिल्ली। एक तरफ देश में जहां हाल में हैदराबाद में हुई महिला डाक्टर के साथ दरिन्दगी की खौफनाक घटना और जिन्दा जलाये जाने की घटना पर लोगों में उबाल सा है। वहीं इसी गुरूवार को देश के अहम सूबे उत्तर प्रदेश के जनपद उन्नाव में एक दुष्कर्म पीड़िता को जिन्दा जलाये जाने की घटना ने जैसे आग में घी का काम किया है। ऐसे में पक्ष और विपक्ष के बीच इसको लेकर गर्मागर्म बहस का सिलसिला जारी है। लेकिन इस सबके बीच उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री द्वारा इस गंभीर मामले में बेतुका बयान दिये जाने से मामला और भी गंभीर हो गया।
गौरतलब है कि उन्नाव जिले में एक दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है लेकिन हर वारदात के बाद अपने ऊलजुलूल बयान देने वाले नेता अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। यूपी सरकार के मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने उन्नाव कांड पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समाज में अपराध न होने की सौ फीसदी गारंटी मुझे लगता है कि भगवान श्रीराम भी नहीं दे सकते… लेकिन ये गारंटी जरूर है कि अगर अपराध हुआ है तो सजा जरूर होगी। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोगों ने नाराजगी जताई है और असंवेदनशील करार दिया है।
जबकि वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को जलाए जाने की खबर पर सकते में आ गए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को घटना का तत्काल संज्ञान लेने की जरूरत है। पवार ने सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि अगर दोषियों पर समय से कार्रवाई की गई होती तो यह घटना नहीं होती। पवार ने ट्वीट किया- यह सुनकर बहुत धक्का लगा कि जिस लड़की ने उन्नाव में बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी, उसे आग लगा दी गई। पीड़िता अपने जीवन के लिए जूझ रही है। अगर समय रहते दोषियों पर कार्रवाई की जाती तो ऐसा नहीं होता। केंद्र सरकार के गृह विभाग को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
इसके साथ ही एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि यह घटना हैदराबाद की एक पशु चिकित्सक से क्रूर बलात्कार और हत्या के कुछ दिनों बाद हुई है। पटेल ने पूछा क्या देश अपनी महिलाओं और समाज को विफल कर रहा है। इसके अलावा हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी पर राज्यसभा सांसद जया बच्चन के बयान के बाद लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई थी। वहीं, अब जया ने कहा है कि अगर हम कड़े शब्दों का प्रयोग करते हैं तो हमें कहा जाता है कि आपको ये नहीं बोलना चाहिए था।
जया ने पत्रकारों से कहा कि ‘यह क्या हो रहा है? अगर हम बहुत सख्त शब्दों का प्रयोग करते हैं तो हमें कहा जाता है कि आपको यह नहीं बोलना चाहिए था।’ राज्यसभा सांसद ने कहा, ‘अभी मुझे लगता है कि कहीं गुस्से में, मैं आप लोग मेरे सामने खड़े हैं, आपको पकड़कर ना मार दूं।’ हालांकि उन्होने कहा किउत्तर प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को लेकर जया ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में कहां सुरक्षा है? किसी की सुरक्षा नहीं है। अभी आपको यूपी की घटनाएं बताउंगी तो आप चौंक जाएंगे।’
ज्ञात हो कि हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी को लेकर जया बच्चन ने कहा था कि दोषियों को सार्वजनिक रूप से मौत की सजा देनी चाहिए। जया के इस बयान के बाद लोगों की मिली जुली प्रतिक्रियाएं आई थी। कुछ लोगों ने कहा था कि जया के इस बयान से भारत ‘लिंचिस्तान’ ना बन जाए।
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