लखनऊ. यूपी में अंग्रेजी की तुलना में देसी शराब की बिक्री में तेजी से बढ़त दर्ज हुई है. पिछले सात महीनों में जहां देसी शराब की खपत 21% बढ़ी, वहीं अंग्रेजी शराब की 16% और बीयर की बिक्री 14% बढ़ी. हालांकि, आबकारी महकमा राजस्व वसूली का लक्ष्य तब भी पूरा नहीं कर पाया और वसूली 81% ही रही. इस साल सरकार ने आबकारी से 33,000 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा है.
पिछले साल की अपेक्षा यूपी में शराब ही नहीं बीयर की बिक्री भी बढ़ी है. हालांकि, सबसे ज्यादा बिक्री देसी शराब की बढ़ी, जो सरकार के तय लक्ष्य से भी ज्यादा है. आबकारी विभाग से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से अक्टूबर 2019 तक 28.38 करोड़ बल्क लीटर देसी शराब की बिक्री हुई, जबकि सरकार ने इस दौरान 25.13 करोड़ बल्क लीटर का लक्ष्य रखा था.
देसी शराब की बिक्री लक्ष्य से 13% और पिछले साल इस दौरान हुई 23.46 करोड़ बल्क लीटर की बिक्री से 21% अधिक रही. इसी अवधि में 2018 में 11.46 करोड़ बोतल (750 एमएल) अंग्रेजी शराब की बिक्री हुई थी. वहीं, 2019 में 13.38 करोड़ बोतलें अंग्रेजी शराब की बिकीं. बीयर पिछले साल इस अवधि में 27.75 करोड़ केन (500 एमएल) बिकी थीं, जबकि 2019 में 31.65 करोड़ केन बिके. आबकारी महकमा शराब की बिक्री बढ़ने के बाद भी वसूली का तय लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रहा है.
विभाग ने अप्रैल से अक्टूबर 2019 तक 18,730 करोड़ रुपये वसूली का लक्ष्य रखा था, लेकिन इस दौरान वसूली 15,167.27 करोड़ रुपये की ही रही. सिर्फ अक्टूबर की वसूली देखें, तो विभाग इस महीने के तय लक्ष्य 2,040.23 करोड़ रुपये की तुलना में 1,877.95 करोड़ रुपये ही वसूल पाया.
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