नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी की वजह से देश के खुदरा और थोक व्यापारियों को हुए नुकसान से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया. केंद्र सरकार ने अब देश के खुदरा और थोक व्यापारियों को भी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में शामिल करने का फैसला किया है.
एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण आई दिक्कतों से खुदरा और थोक व्यापारियों पर पड़े असर को ध्यान में रखते हुए अब इसे MSME के दायरे में लाने का फ़ैसला किया गया है. गडकरी ने कहा कि प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग के अंतर्गत इस सेक्टर को लाकर आर्थिक सहायता पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. अब खुदरा और थोक व्यापारी भी उद्यम रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे.
इससे उन्हें आरबीआई के दिशा-निर्देशों के तहत बैंकों से प्राथमिक क्षेत्र से सस्ता ऋण मिलना सुनिश्चित होगा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई में शामिल करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है. सरकार के इस फैसले से 2.5 करोड़ से अधिक व्यापारियों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एमएसएमई को देश के इकोनॉमिक ग्रोथ का इंजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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