सीएम योगी समेत तकरीबन चार दर्जन मंत्री लेंगे शपथ
संभवतः डेढ़ से दो दर्जन होसकते हैं कबीना मंत्री
वहीं 10 से 12 होंगे राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
10 से 12 ही होगी राज्यमंत्रियों की संख्या
(रवि प्रकाश श्रीवास्तव) लखनऊ। देश के सबसे बड़े और अहम प्रदेश उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पिछले पांच साल के कार्यकाल के दौरान तमाम दुश्वारी और खासकर कोरोना जैसी भयावह महामारी के अग्निपथ सरीखे पथ को पार कर तकरीबन 37 साल बाद इतिहास को दोहराते हुए कई मिथकों को तोड़ आज राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम में मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा शपथ लेने जा रहे हैं। इस अदभुत और महत्वपूर्ण एवं अविस्मरणीय पलों का साक्षी बनने देश भर से तमाम बेहद अहम राजनीतिक और गैर राजनीतिक लोग भी आ रहे हैं।
इतना ही नही पक्ष-विपक्ष के बीच व्याप्त सभी मतभेदों से परे सीएम योगी आदित्यनाथ ने ‘सबका साथ- सबका विश्वास’ को सार्थक करते हुए तमाम विपक्ष के नेताओं को सादर-सप्रेम निमंत्रण भेजा बल्कि कई प्रदेश के नेताओं को स्वंय फोन कर आमंत्रित भी कर काफी हद तक स्वस्थ पंपराओं को जीवंत रखने की अपनी मंशा बखूबी जाहिर कर दी है। जिसका जनता में काफी सकारात्मक संदेश जा रहा है। इसके साथ ही एक तरह से बेहद ही सधी रणनीति के तहत उन्होंने अब गेंद विपक्षी नेताओं के पाले में डाल दी है क्योंकि उन विपक्षी नेताओं का इस मौके पर उठाया गया कदम देश और प्रदेश की जनता के लिए काफी मायने रखेगा।
जहां एक तरफ आज के शपथ ग्रहण को लेकर प्रदेश ही नही वरन देश और दुनिया में काफी जगह बेहद जिज्ञासा और चर्चायें आम हैं। वहीं प्रदेश की जनता और पार्टी के नेताओं में कौन कौन मंत्री बन रहा है इसकी चर्चा जोरों पर है। हालांकि हाल फिलहाल इस बाबत अभी कुछ भी बाहर नही आ सका है। काफी हद तक गुप्त है लेकिन अगर सूत्रों की मानें तो उनके अनुमान से माना जा रहा है कि इस बार पहले चरण में सीएम योगी समेत तकरीबन चार दर्जन लोग मंत्रीपद की शपथ लेंगे। जिनमें तकरीबन डेढ़ से दो दर्जन कबीना मंत्री हो सकते हैं।
सूत्रों का मानना है कि जहां तक उप मुख्यमंत्री पद की बात है तो इसमें फिलवक्त केशव प्रसाद मौर्या और ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाये जाने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। हालांकि वहीं कबीना मंत्रियों में सतीश महाना, नंद गोपाल नंदी, समेत कई पुराने दिग्गज दुबारा बने रहेंगे तो वहीं कई नये लोगों में दयाशंकर सिंह, पंकज सिंह, राजेश्वर सिंह और संजय निशाद समेत आशीष पटेल को जगह दी जा सकती है। संभव है कि एक मात्र मुस्लिम चेहरे मोहसिन रजा को भी इस बार प्रोन्नती प्रदान कर कबीना मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है। जबकि दानिश आजाद का नाम भी जोरों पर है जिसके चलते मोहसिन रजा को लेकर संशय बरकरार है।
इसी प्रकार से तकरीबन 10 से 12 लोगों को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलाई जा सकती है। जिसमें हाल ही में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आईं अदिती सिंह का नाम तय माना जा रहा है। इसके साथ ही लक्ष्मी नारायन चौधरी, राजेश चौधरी, तेजपाल नागर, योगेश धामा समेत कुछ अन्य नाम बताये जाते हैं। जबकि वहीं राज्यमंत्री के तौर पर भी 8 से 10 लोगों को शपथ दिलाई जा सकती है। जिनमें मुलायम परिवार की बहु अपर्णा यादव समेत कई अन्य नाम शामिल हैं। वैसे इसमें अपर्णा के अलावा फतेह बहादुर सिंह, रविन्द्र जायसवाल और अतुल गर्ग समेत राम रतन कुशवाहा का नाम प्रमुख हैं।