नई दिल्ली! लगातार बढ़ रही पेट्रोल और डीजल की कीमतों के कारण सरकार कुछ राहत देने की योजना में है. इस बारे में तेल कम्पनियों से कल (बुधवार) मीटिंग की जाएगी. ऐसा माना जा रहा है कि तेल कम्पनियों से की जाने वाली इस मीटिंग में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को नियंत्रण में रखने और आम लोगों को राहत देने के बारे में चर्चा की जायेगी . हालांकि अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें कितनी कम होंगी. गौर हो कि इससे पहले आज सुबह यह खबर सामने आई थी कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर यह मीटिंग आज (मंगलवार को) की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 76.87 पैसे प्रति लीटर तो डीजल 68.08 रुपए लीटर हो गया है. देश की आर्थिक राजधानी में पेट्रोल 84.70 रुपए लीटर और डीजल 72.48 रुपए लीटर है. इस बीच मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कहा है कि सरकारी तेल उत्पादक ओनजीसी और ऑइल इंडिया लिमिटेड से सरकार दोबारा फ्यूल सब्सिडी का बोझ शेयर करने को कह सकती है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों को जीएसटी के दायरे में लाने की वकालत करते रहे हैं, लेकिन, राज्य सरकारें इसके लिए तैयार नही हैं. एक्साइज ड्यूटी घटाने से भी कोई खास असर नहीं होगा और इससे सरकारी खजाने पर भी बोझ बढ़ेगा, क्योंकि, पेट्रोल-डीजल के दाम इस वक्त रिकॉर्ड स्तर पर हैं. पेट्रोलियम मंत्री तेल कंपनियों से खुद बोझ वहन करने को कह सकते हैं और रोजाना कीमतों में बदलाव नहीं करने के लिए विचार पेश कर सकते हैं.
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