लखनऊ। बड़े ही शर्म और दुख की बात है कि आज हमारे इस समाज को क्या होता जा रहा है जो आज की औलादें कैसे कैसे कदम उठा रहीं हैं जिन्हे न तो मां की ममता का लिहाज रह गया है और न ही बाप का कुछ ख्याल। जिसकी बानगी है कि होते जा रहे हैं तमाम खुशहाल परिवार भी बदहाल। ऐसा ही कुछ एक मामला प्रदेश के मुज्जफरनगर जनपद में सामने आया है जहां एक कलयुगी औलाद ने भाई से झगड़ने से रोकने पर अपनी मां की गोली मारकर जान ले ली।
जानकारी के मुताबिक मुज्जफरनगर जनपद में तितावी थाना क्षेत्र के करवाड़ा गांव का है। यहां की रहने वाली पूर्व प्रधान शिक्षा सिंह के 4 बेटे राजेन्द्र, देवेन्द्र संदीप व योगेश हैं। राजेन्द्र व देवेन्द्र फौज में भर्ती हैं और संदीप घर के नजदीक ही एक जनरल स्टोर चलाता है। वहीं सबसे छोटा योगेश कृषि व घर के काम देखता है।
बताया जा रहा है कि योगेश अपने भाई संदीप की दुकान पर जाकर शराब पीकर गाली-गलौज करने लगा और उसे दुकान खाली करने के लिए कहने लगा। संदीप ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन योगेश ने दुकान का सामान बाहर फेंकना शुरू कर दिया। तभी मौके पर दोनों की मां-बाप पहुंच गए। मां ने योगेश को समझाने के प्रयास किया। इस दौरान योगेश ने मां को गोली मार दी। मां ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
इसके बाद योगेश ने अपने पिता पर भी तमंचा तान दिया, लेकिन गोली नहीं चली। वहीं गोली की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मृतक महिला के पति ने पुलिस से बेटे को फांसी देने की गुहार लगाई है। आरोपी योगेश घर से फरार है।
Disha News India Hindi News Portal