लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेश के बाद बोर्ड परीक्षा में की जा रही सख्ती की वजह से पौने दो लाख परीक्षार्थी एगजाम सेंटर पर नहीं पहुंचे। आपको बता दें कि यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परिक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गई है। प्रशासन इस बार नकल रोकने के लिए कड़ी सख्ती बरत रही है और परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
यूपी बोर्ड के अफसरों की मानें तो कड़ी सख्ती की वजह से बड़ी तादाद में परीक्षार्थी एग्जाम सेंटर पर नहीं पहुंचे। गौरतलब है कि पूरे राज्य के 8,500 से ज्यादा परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जा रही है।
बता दें कि इस साल बोर्ड परीक्षा में कुल 66 लाख 37 हजार छात्रों को शामिल होना था लेकिन परीक्षा के पहले दिन ही रिकॉर्ड 1 लाख 80 हजार 826 कैंडिडेट्स ने एग्जाम छोड़ दिया। माना जा रहा है कि परीक्षा में सख्ती की वजह से ही इतनी बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा नहीं देने का फैसला किया है।
सबसे अधिक गौर करने वाली बात यह है कि पहले दिन हाई स्कूल और इण्टरमीडिएट के कुल 38 लाख 39 हजार छात्रों को परीक्षा देनी थी। लेकिन लगभग पांच फीसदी छात्र परीक्षा केंद्र से नदारद रहे। हाई स्कूल में 53,100 स्टूडेंट्स ने एग्जाम नहीं दिया वहीं इण्टरमीडिएट में एक लाख 27 हजार 726 छात्र पहले दिन एग्जाम देने नहीं पहुंचे।
परीक्षा के दौरान नकल की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने पहले दिन मंगलावार को कई परीक्षा केन्द्रों का दौरा किया। बता दें कि नकल पर नकेल कसने की कवायद के बावजूद पहले दिन पूरे यूपी में 16 नकलची भी पकड़े गए।
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