मुंबई. बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर काफी चर्चा हो रही है. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सोशल मीडिया पर भाई-भतीजावाद को लेकर करण जौहर और आलिया की जमकर आलोचना हो रही है. अब इस मामले में फिल्म निर्माता हंसल मेहता और आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान के बीच भी बहस शुरू हो गयी है.
दरअसल, फिल्म निर्देशक हंसल मेहता ने एक ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था कि ‘नेपोटिज्म की इस बहस को और ज्यादा व्यापक होना चाहिए. मेरिट सबसे ज्यादा देखी जाती है. मेरे कारण मेरे बेटे को जगह मिली और क्यों नहीं? लेकिन वह मेरे सबसे अच्छे काम का एक अभिन्न अंग रहा है क्योंकि वह प्रतिभाशाली, अनुशासित, मेहनती और मेरे जैसे ही मूल्यों को साझा करता है. सिर्फ इसलिए नहीं कि वह मेरा बेटा है.’
इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, ‘वह फ़िल्में बनाएंगे इसलिए नहीं क्योंकि मैं उन्हें प्रोड्यूस करूंगा. मैं नहीं कर सकता. लेकिन क्योंकि वह उसे बनाना चाहते हैं. उसका करियर तभी बनेगा जब वे जीवित रहेंगे.यहआखिरकार उसके लिए है. उसको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी,तभी उसका करियर बनेगा. मेरी छाया उसके लिए सबसे बड़ा फायदा और सबसे बड़ी चुनौती दोनों है.’
हंसल मेहता के इस ट्वीट के बाद सोनी राजदान ने प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, ‘किसी चर्चित शख्सियत का बेटा या बेटी होने पर लोगों को आपसे उम्मीदें भी बहुत ज्यादा होती हैं. यह भी है कि आज जो नेपोटिज्म के बारे में बोल रहे हैं उनके खुद के भी एक दिन बच्चे होंगे. और अगर वे इंडस्ट्री में शामिल होना चाहते हैं तो क्या वे उन्हें ऐसा करने से रोकेंगे?’
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