नई दिल्ली. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने मंगलवार को भारत की अर्थव्यवस्था को अगले वित्तीय वर्ष (2021-22) में 11.5 प्रतिशत तक उछाल देने का अनुमान लगाया. इसके बाद इसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था में एक माना जा सकता है. रिपोर्ट में मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में गिरावट कोविड -19 महामारी की वजह से 8 फीसदी दर्शाई गई है.
बीते तीन महीनों में कुछ देशों में टीकों को अप्रत्याशित रूप से मजबूत सफलता मिली है और कुछ देशों ने महत्वाकांक्षी टीकाकरण अभियान शुरू किया है. वैक्सीन की इस दौड़ के परिणाम पर निर्भर करता है कि महामारी को समाप्त करने के लिए, और नीतियों के प्रभावी होने तक प्रभावी सहायता प्रदान करने की क्षमता पर जबरदस्त अनिश्चितता बनी हुई है और देशों में संभावनाएं बहुत भिन्न हैं.
आईएमएफ ने कहा है कि हमारे नवीनतम विश्व आर्थिक आउटलुक पूर्वानुमान में हम 2021 के लिए वैश्विक विकास का अनुमान 5.5 प्रतिशत, हमारे अक्टूबर के पूर्वानुमान से 0.3 प्रतिशत अधिक है, 2022 में 4.2 प्रतिशत है. 2021 के लिए कुछ देशों में टीकाकरण की शुरुआत के सकारात्मक प्रभावों को दर्शाता है. संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान जैसी अर्थव्यवस्थाओं में 2020 के अंत में अतिरिक्त नीति समर्थन और स्वास्थ्य संकट के रूप में गतिविधियों में अपेक्षित वृद्धि हुई है.
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