लखनऊ: 25 जून, 2021
आगामी वर्षाकाल माह जुलाई में पौधरोपण कार्यक्रम ‘वृक्षारोपण जन आन्दोलन-2021’ के अन्तर्गत प्रदेश में रोपित किए जाने वाले पौधों में रामायण कालीन वनस्पतियों का रोपण वृहद् स्तर पर किया जायेगा।
यह जानकारी मुख्य वन संरक्षक, प्रचार-प्रसार, श्री मुकेश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि वाल्मीकि रामायण में विभिन्न वृक्षों का उल्लेख किया गया है। इन वृक्षों में कई वृक्ष वर्तमान समय में प्रदेश में नहीं पाए जाते तथा अन्य वृक्षों की संख्या कम हो गई है। चन्दन व रक्त चन्दन जैसी प्रजातियाॅं दक्षिण भारत तक सीमित हो गई हैं। उन्होंने बताया कि वाल्मीकि रामायण मंे उल्लिखित वृक्ष प्रजातियों में वर्तमान समय में प्रदेश की जलवायु, मृदा व भौगोलिक परिस्थितियों के अनुकूल 30 प्रजातियों के वृक्षों का रोपण प्रदेश में किया जाना प्रस्तावित है।