लखनऊ। बजरंग दल के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद विनय कटियार ने आज शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी की बात का समर्थन करते हुए श्री श्री रवि शंकर को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि श्री बेवजह अयोध्या मामले में में कूद पड़े हैं जबकि उनकी कोई भी पक्ष सुन ही नही रहा है।
कटियार ने कहा कि रिजवी ने तो ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष को लिखे पत्र में अयोध्या में राम मंदिर समेत केवल नौ देवालयों को मुस्लिम शासकों द्वारा तोड़े जाने का जिक्र किया है लेकिन सच्चाई इससे बहुत ज्यादा है। उनका दावा है कि करीब छह हजार मंदिरों को तोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को चाहिए कि वे रामजन्मभूमि से अपना दावा छोड़ दें। अयोध्या में राम मंदिर बन चुका है उसे केवल भव्यता देनी है। जबकि वहीं इस मसले का बातचीत से हल खोज रहे श्री श्री रविशंकर के प्रस्ताव को उन्होंने खारिज किया और कहा कि श्री श्री जबर्दस्ती इस मामले में कूद पड़े हैं। उनकी न तो हिन्दू सुन रहे हैं और न ही मुसलमान।
कटियार का दावा है कि अयोध्या में विवादित रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा। उधर, श्री श्री ने आज इस मसले के हल के लिए मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से निष्कासित मौलाना सलमान नदवी से मुलाकात की। उनसे मंदिर-मस्जिद विवाद के हल के लिए मिलजुल कर काम करने की अपील की।
गौरतलब है कि वसीम रिजवी के पत्र से तमतमाये मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव और विवादित बाबरी मस्जिद के वकील जफरयाब जिलानी ने श्री रिजवी के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने की चेतावनी दी है। श्री जिलानी ने श्री रिजवी के पत्र को असंवैधानिक करार दिया और कहा कि संसद ने कानून बना दिया है कि सभी धर्मों के पूजास्थल 15 अगस्त 1947 की स्थिति में ही रहेंगे। ऐसे में श्री रिजवी ने पत्र लिखकर संविधान का भी उल्लंघन किया है।
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