Saturday , May 4 2024
Breaking News

राम मंदिर निर्माण के लिए जरूरत पड़ी तो बच्चा-बच्चा खून बहाएगा: गोरखनाथ

Share this

लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर नेताओं की विवादास्पद बयानबाजी रूकने का नाम नहीं ले रही है। हाल में भाजपा सांसद विनय कटियार द्वारा राम मंदिर पर दिये बयान की आंच अभी धीमी न हो पाई थी कि अब भाजपा के एक विधायक ने उसमें घी डालने का काम करते हुए एक और विवादित बयान दे डाला। इस बार उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर से भाजपा विधायक गोरखनाथ बाबा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विवादास्पद बयान दिया है।

ज्ञात हो कि विधायक गोरखनाथ बाबा ने अयोध्या में श्रीराम दर्शन यात्रा के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बलिदान का मतलब केवल मरना ही नहीं होता ब्लकि अपने लक्ष्य को पूरा करना भी होता है। गोरखनाथ बाबा ने आगे कहा कि अगर राम मंदिर निर्माण के लिए बलिदान की जरूरत पड़ी तो बच्चा-बच्चा अपना खून बहाएगा।  दरअसल उन्होंने एक तरह से सांसद विनय कटियार के बलिदान वाले बयान के आधार पर कहा कि बलिदान के कई रूप होते है। उन्होंने कहा कि बलिदान का मतलब केवल मर जाना ही नहीं होता।

इसके साथ ही गोरखनाथ बाबा ने कहा कि बलिदान के लिए लड़ाई लड़नी पड़ती है, जीत हासिल करके और फिर भगवान श्रीराम के दर्शन करना ही असल मायने में बलिदान है। यही नहीं गोरखनाथ बाबा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए लिए मिल्कीपुर के बच्चे-बच्चे तक बलिदान देने के लिए तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हर ग्राम सभा से एक-एक आदमी आएं और अयोध्या में श्रीराम लला के दर्शन करें और उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की इच्छा भी जाहिर की।

गौरतलब है कि हाल ही में बीजेपी सांसद विनय कटियार ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर टिप्पणी की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदू समुदाय से राम मंदिर अभियान को एक अन्य बलिदान की आवश्यकता है। हालांकि उनके इस बयान के बाद काफी विवाद खड़ा हो गया था। और विपक्षी दलों ने जमकर उनकी आलोचना भी की थी।

इतना ही नही उन्होंने अपने बयान में कहा था कि एक ऐसी क्रांति की आवश्यकता है, जिसमें 1990 में पुलिस की गोलीबारी के दौरान कई लोग मारे गए थे। और 1992 में जब मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था। इसलिए हिंदू समुदाय को ऐसे बलिदान के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि राज्य में भले कोई भी सरकार क्यों न हो लेकिन राम जन्म भूमी मुद्दे को उन लोगों द्वारा पुनर्जीवित करना होगा, जिन्हें बलिदान के लिए तैयार होना है।

 

Share this
Translate »