लखनऊ। हालातों के चलते विवादित होने से लेकर आरोपी तक बनाये गये दरियादिल डाक्टर कफील खान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वाकई है वो एक नेकदिल इंसान क्योंकि जहां एक तरफ केरल में निपाह वायरस के आतंक के चलते दस लोगों की मौत के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं ऐसे में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॅालेज के डॅा. कफील खान ने केरल के कोझीकोड में निपाह वायरस से जूझ रहे लोगों की मदद की इच्छा जाहिर की है।
इस बाबत डॅा. कफील खान ने कहा कि जब मुझे इस बात का पता चला कि केरल में निपाह वायरस के चलते दस लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है जिसमें एक नर्स भी शामिल है। जिसके बाद मैंने लोगों की मदद करने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने कहा कि हालांकि डॅा. कफील खान ने कहा कि हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक मेरा निलंबन समाप्त नहीं किया है। डॅा. कफील खान ने बताया कि जिसे लेकर मैंने अस्पताल प्रशासन से संपर्क किया है। जिसके जवाब में अस्पताल प्रशासन ने मुझे आश्वासन दिया है कि आज वह मेरा निलंबन समाप्त कर देंगे। डॅा. कफील खान ने कहा कि मैं गोरखपुर छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला हूं।
उन्होंने बताया कि मैं केरल में लोगों की मदद करने के बाद वापिस लौटकर गोरखपुर आऊंगा। आपको बता दे कि डॅा. कफील खान ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए केरल में निपाह वायरस से जूझ रहे लोगों की मदद की इच्छा जाहिर की थी।
दरअसल डॅा. कफील खान ने फेसबुक पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से गुजारिश की थी कि वह केरल में फैल रहे निपाह वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज करने की इजाजत दें। जिसके जवाब में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फेसबुक के जरिए डॅा. कफील खान का स्वागत किया था।
गौरतलब है कि डॅा. कफील खान उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित बाबा राघव दास(बीआरडी) मेडिकल कॅालेज के एनआईसीयू प्रमुख के पद पर थे। पिछले साल 10 और 11 अगस्त को बीआरडी अस्पताल में लापरवाही की वजह से 36 बच्चों की मौत के मामले में उन्हें भी आरोपी बनाया गया था। इतना ही नही डॅा. कफील खान पर बीआरडी मेडिकल कॅालेज में ऑक्सिजन की कमी से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के मामले में 9 आरोपियों में से एक है। जिसके बाद डॅा. कफील खान सात महीने से जेल में बंद थे।
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