नई दिल्ली। कांग्रेस ने विश्व आर्थिक मंच की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए दावों पर तंज कसते हुए कहा है कि विदेशी धरती पर जाकर बड़ी बातें करने से देश के घरेलू हालात की हकीकत नहीं छिप सकती। पार्टी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा है‘‘प्रधानमंत्री जी, विदेशों में जाकर बिगुल बजाने से देश में बज रहा अप्रिय संगीत दबाया नहीं जा सकता‘‘।
प्रधानमंत्री ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक में कल अपने उद्घाटन भाषण में भारत की विकास गाथा का जिक्र करते हुए दुनिया को यह बताने की कोशिश की थी कि किस तरह दो दशक पहले की तुलना में आज देश की जीडीपी छह गुना अधिक हो चुकी है और पिछले कुछ वर्षों के दौरान इसने जो रफ्तार पकड़ी है उसने आज भारत को विश्व में निवेश,नवाचार और समावेशी विकास का सबसे आकर्षक स्थल बना दिया है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर न केवल देश की विकास गाथा का हवाला दिया बल्कि देश में आये बड़े बदलावों के कारणों का भी विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने भारत को शांति,सौहार्द और समग्रता के लिए समर्पित देश के रूप में पेश किया और विश्व समुदाय को भारत में निवेश के लिए खुला निमंत्रण देते हुए अपनी सरकार द्वारा कारोबार को सुगम बनाने के लिए उठाए गए कदमों का विशेष रूप से उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री के इन दावों पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने फोब्र्स की एक नयी रिपेार्ट का जिक्र करते हुए कहा है कि इसके अनुसार भारत में 2017 में खुद को संपन्न मानने वालों की संख्या महज तीन प्रतिशत रही जबकि 2014 में 14 प्रतिशत लोग खुद को संपन्न मानते थे।
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