डेस्क। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बेरोजगारों को पकौड़े का स्टॉल लगाये जाने की सलाह पर हालांकि तमाम लागों और विपक्ष द्वारा बड़ा तमाशा और मजाक बनाया गया था। वहीं इसको कारगर साबित करते हुए पूर्व में गुजरात के एक कट्टर कांग्रेसी कार्यकर्ता ने कहा था कि वो इसको आजमा कर मान गया कि ये कमाल का आइडिया था। क्योंकि उसके पकौड़े के स्टॉल की फ्रेंचाइजी तक कई जगह खुल गई थीं। वहीं अब पंजाब के लुधियाना में एक पकौड़े वाले के यहां छापे में नकद 60 लाख बरामद होने से इस कारोबार की अहमियत बखूबी सामने आती है।
गौरतलब है कि लुधियाना के मशहूर पन्ना सिंह पकौड़े वाले के यहां आयकर विभाग के सर्वे में 60 लाख रुपये पाए गए। जिसे पन्ना लाल ने तुरंत सरेंडर कर दिया इसके साथ ही एक अन्य संस्थान दिव्यांश इंटरनेशनल के यहां सर्वे में भी 1 करोड़ रुपये और सरेंडर हुए। लुधियाना में पन्ना सिंह पकौड़े वाले के पनीर के पकौड़े बेहद मशहूर हैं जो 300 रुपये किलो बिकते हैं। एक साथ अचानक दोनों प्रतिष्ठानों पर प्रिंसिपल कमिश्नर देवेंदर चौधरी के निर्देश पर की गई सर्वे की करवाई में जहाँ 1.60 करोड़ रुपये की कुल रकम सरेंडर कराने में सफलता मिली है।