मुंबई! भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले दिनों कार्ड जारी करने वाली विदेशी कंपनियों के लिए एक नियम जारी किया था, जिसके लिए उन्हें 6 महीने का वक्त दिया गया था. यह समय सीमा 15 अक्तूबर को समाप्त हो रही है. जिस कारण इस फेस्टिव सीजन में 90 करोड़ से अधिक डेबिट व क्रेडिट कार्ड धारकों का कार्ड बंद हो सकता है.
देश में ज्यादातर बैंक अपने ग्राहकों को मास्टरकार्ड या फिर वीजा का डेबिट-क्रेडिट कार्ड जारी करते हैं. RBI ने इन विदेशी पेमेंट गेटवे कंपनियों को देश में अपना सर्वर लगाने के लिए 15 अक्तूबर तक की मोहलत दी थी. इन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने सरकार के समक्ष अपना पक्ष रखा था और समय सीमा आगे बढ़ाने का आग्रह किया था. कंपनियों की दलील है कि डेटा स्टोर करने में करीब 2 साल का वक्त लगेगा. कंपनियों को केवल डेटा स्टोर के बजाय कॉपी रखने की भी छूट की मांग की है.
आरबीआई का फैसला आने के बाद आगामी फेस्टिव सीजन के फीका रहने की आशंका है. अधिकतर लोग अब कार्ड के जरिए ही खरीदारी करते हैं. भारत ने भी अपना रूपे डेबिट क्रेडिट कार्ड जारी करना शुरू कर दिया है. लेकिन ऐसे लोगों की संख्या काफी कम है, जिनके पास रूपे कार्ड है.
मास्टरकार्ड और वीजा के डेबिट व क्रेडिट कार्ड बंद होते हैं तो फिर लोगों के पास कैश के अलावा यूपीआई, नेटबैंकिंग और मोबाइल वॉलेट जैसे भुगतान करने के विकल्प ही बचेंगे. कार्ड के बंद होने से लोगों के पास कैश की किल्लत भी हो जाएगी. अगर आपके पास भी मास्टरकार्ड या फिर वीजा का डेबिट और क्रेडिट कार्ड है तो उसे आसानी से बदल सकते हैं. हालांकि इसके लिए आपको अपनी बैंक से संपर्क करना होगा. बैंक में जाकर के आप कार्ड बदलने का फॉर्म भरकर दें और रूपे कार्ड की मांग करें.
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