लखनऊ। सरकार बनने के साथ ही जून 2017 तक प्रदेश की सभी सड़कों को गडढा मुक्त करने का निर्देश दिये जाने के बावजूद जब जून 2018 बीतने पर भी नतीजा ढाक के तीन पात वाला रहा तो अब मजबूरन प्रदेश के मुख्यमंत्री को ही इसकी भी कमान सम्हालनी पड़ी और एक बार फिर उन्होंने 31 अक्टूबर तक राज्य की सभी सड़कों को हर हाल में गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इसके उपरान्त वह स्वयं प्रदेश की सड़कों के मरम्मत कार्यों का औचक निरीक्षण करेंगे।
गौरतलब है कि सीएम योगी ने कहा कि विभिन्न विभागों के अन्तर्गत आने वाली सड़कों को गड्ढामुक्त करने की जिम्मेदारी उन्हीं की है। ऐसे में सभी विभाग इस कार्य को गम्भीरता के साथ करना सुनिश्चित करें, ताकि प्रदेश की सभी सड़कें शीघ्र गड्ढामुक्त हो सकें।
इतना ही नही बल्कि उन्होंने इस कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग को नोडल विभाग बनाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग से सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर इस कार्य को समयबद्धता के साथ पूरा करने के भी निर्देश दिए।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह निर्देश सोमवार शाम शास्त्री भवन में प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने सम्बन्धी कार्य योजना की समीक्षा के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभागों की सड़कों पर उनका साइन बोर्ड लगाया जाए।
इसके साथ ही सड़कों के गड्ढामुक्त तथा निर्माण कार्य में लगे ठेकेदारों को सड़कों की मरम्मत तथा नवनिर्माण के बाद पांच वर्ष तक उसकी देख-रेख की जिम्मेदारी भी शर्तों में शामिल की जाए। उन्होंने राज्य में एनएचएआई के अन्तर्गत आने वाले राजमार्गों के विषय में इस संस्था के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर उन्हें शीघ्र गड्ढामुक्त कराने के निर्देश भी दिए।
इसके अलावा सीएम योगी ने ये भी कहा कि मूर्ति विसर्जन तथा दीपावली जैसे त्योहारों के मद्देनजर सड़कों की मरम्मत कर उन्हें शीघ्रता के साथ यातायात के अनुकूल बनाया जाए, ताकि लोगों को असुविधा न हो और वे अच्छी तरह से त्योहार मना सकें।
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