Wednesday , May 15 2024
Breaking News

कर्नाटक: उपचुनाव में सत्ताधारी गठबंधन ने बाजी मारी, भाजपा अपना गढ़ रही बेल्लारी सीट तक हारी

Share this

नई दिल्ली। कर्नाटक में एक बार फिर भाजपा को विपक्षी गठबंधन के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इतना ही नही बल्कि विपक्षी गठबंधन ने भाजपा से 15 साल से उसका गढ़ रही बेल्लारी सीट भी छीन कर अपने कब्जे में कर ली है। इस जीत से खासा उत्साहित विपक्षी गठबंधन ने इसे 2019 की झलक बताया है तो वहीं कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा ने अपनी पार्टी के लिए एक चेतावनी बताया है।

गौरतलब है कि कर्नाटक में तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीटों के लिए हुए उप-चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने बीजेपी के मुकाबले शानदार 4:1 जीत दर्ज की है। इस चुनाव में गठबंधन ने बीजेपी को बड़ा झटका देते हुए करीब डेढ़ दशक तक उसका गढ़ रही बेल्लारी सीट को उससे छीन लिया। एक तरह से भाजपा का प्रदर्शन इस बार फिर काफी निराशजनक रहा है। वहीं विपक्षी गठबंधन के लिए ये नतीजे लोकसभा चुनाव के लिए संजीवनी का काम करने वाला है।

इस जीत को कांग्रेस ने इसे अगले साल होने जा रहे चुनाव से पहले का टीजर करार दिया है। गठबंधन के प्रत्याशी ने दो लोकसभा और दो विधानसभा सीट यानि जमखंडी, रामनगर विधानसभा और बेल्लारी, मांड्या संसदीय क्षेत्र पर जीत दर्ज की है। बेल्लारी लोकसभा सीट पर कांग्रेस के वीएस उगरप्पा ने बीजेपी उम्मीदवार जे. शांता को करीब एक लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से मात दी। जमखंडी में कांग्रेस के एएस न्यामगौडा ने बीजेपी के सुबाराव को 39,480 मतों के अंतर से हराया।

इसके साथ ही बेल्लारी लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी वी एस उगरप्पा 2,43,161 मतों के अंतर से विजयी हुए। उन्होंने भाजपा की जे शांता को हराया जो रेड्डी बंधुओं के मुख्य सहयोगी तथा इसी सीट से पूर्व सांसद बी श्रीरामुलु की बहन हैं। इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण टेस्ट माना जा रहा था।

वहीं रामनगर विधानससभा सीट पर मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की पत्नी अनिता कुमारस्वामी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के एल. चंद्रशेखर पर 1,09,137 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। चंद्रशेखर ने चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया था लेकिन आधिकारिक तौर पर वह पार्टी के उम्मीदवार बने रहे। चंद्रशेखर चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे लेकिन कुछ ही हफ्ते पहले वापस कांग्रेस का दामन थामकर उन्होंने भगवा पार्टी को बड़ा झटका दिया था।

जबकि उत्तरी कर्नाटक में पड़ने वाली, जामखंडी विधानसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार आनंद न्यामगौड़ा ने 39,480 मतों के अंतर से भाजपा के श्रीकांत कुलकर्णी को हराया। सड़क हादसे में पिता और विधायक सिद्धू न्यामगौड़ा की मौत के बाद उन्हें सहानुभूति का लाभ मिला। इसके अलावा मांड्या लोकसभा सीट पर जद(एस) के शिवरामे गौड़ा भाजपा के नए चेहरे एवं पूर्व अधिकारी डॉक्टर सिद्धरमैया से 3.24 लाख मतों से आगे चल रहे हैं। पुराने मैसुरु क्षेत्र के वोक्कालिगा पट्टी में पड़ने वाला मांड्या जद(एस) का परंपरागत गढ़ माना जाता है।

ज्ञात हो कि शनिवार को हुए मतदान में औसतन 67 फीसदी वोट पड़े थे। शिवमोग्गा, बल्लारी और मांड्या लोकसभा सीट पर क्रमश: 61.05, 63.85 और 53.93 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। रामनगर और जामखंडी विधानसभा सीटों पर क्रमश: 73.71 और 81.58 फीसदी मतदान हुआ था।  कर्नाटक उप-चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नाराशाजनक प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि यह परिणाम बीजेपी के लिए एक चेतावनी है। येदियुरप्पा, जिनके बेटे ने शिमोगा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की है, उन्होंने कहा- “सबसे दुख की बात ये है कि हमें बेल्लारी और जमखंडी में शिकस्त मिली है। मैं ऐसा मानता हूं कि यह हमारे लिए चेतावनी है और हमें सही दिशा में काम शुरू करने की जरूरत है।”

Share this
Translate »