लखनऊ। देश के अहम और सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में ऐन 2019 के लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही भाजपा के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री द्वारा सूबे के मुखिया में फेरबदल की सिफारिश किये जाना वो भी मौजूदा हालातों में बेहद ही गंभीर और अहम संकेत ही कहे जाऐंगे। दरअसल बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री संघप्रिय गौतम ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए संगठन में बड़े बदलाव की सिफारिश की है।
गौरतलब है कि हाल ही में एक पत्र जारी कर उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की नीतियों से जनता में रोष है। यही कारण है कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कुछ एक राज्यों को छोड़कर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है। इतना ही नही बल्कि उन्होंने योजना आयोग का नाम बदलने, सीबीआई व आरबीआई के कार्यों में सरकार के हस्तक्षेप और उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने के फैसलों पर बीजेपी सरकार की कड़ी निंदा की। साथ ही गोवा और मणिपुर में जोड़-तोड़ कर सरकार बनाने के फैसले को निंदनीय बताया है।
इसके साथ ही उन्होंने एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र के पत्रकार से बातचीत के दौरान भी कहा कि बीजेपी सरकार युवाओं, किसानों और देश की जनता से किए गए वादों को पूरा करने में विफल साबित हुई है। मौजूदा हालात को देखते हुए पीएम मोदी का दोबारा सत्ता में आना संभव नहीं है। जनता ही नहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं में भी सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर रोष है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीत सुनिश्चित करने के लिए संगठन में बड़े बदलाव करने चाहिए।
इसके अलावा अपनी राय देते हुए उन्होंने उन्होंने कहा है कि राजनाथ सिंह को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर योगी आदित्यनाथ को धार्मिक कार्यों में लगा देना चाहिए। साथ ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को कुर्सी से हटाकर शिवराज सिंह चौहान को अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने नितिन गडकरी को उप प्रधानमंत्री बनाये जाने की भी वकालत की है।
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