लखनऊ। तीर्थ राज प्रयाग में जारी भव्य कुंभ में जहां देश विदेश की तमाम आम-ओ-खास हस्तियों के आने का सिलसिला जारी है। वहीं मौजूदा चुनावी साल के चलते तमाम सियासी नेताओं का भी कुंभ में पहुंचने का सिलसिला भी जारी है। इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव आज कुम्भ मेले में आए हैं। प्रयाग की धरती पर आते ही पूर्व सीएम ने निरंजनी अखाड़ा में आनंद गिरी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होने प्रसाद भी ग्रहण किया व साधु-संतों से मुलाकात की।
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा कि राजा हर्षवर्धन ने कुंभ मेले में अपना सब कुछ दान कर दिया था, ऐसे ही योगी सरकार को चाहिए कि जो अकबर का किला है उसे इस कुंभ में दान कर, जनता के लिए खोल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सेना को रखने में दिक्कत है तो हमारे पास चंबल क्षेत्र में बहुत जमीन है, जहां सेना को रखा जा सकता है, ये जमीन मैं मुफ्त में देने को तैयार हूं।
अखिलेश ने योगी सरकार से अपील किया कि अक्षयवट किला और सरस्वती कूप को कुंभ में दान किया जाए। उन्होंने किसानों की समस्या उठाते ही कहा कि किसानों की फसल आवारा पशु खा रहे थे। उसे नियंत्रित करें।उन्होंने कहा कि कुंभ और संगम तभी सफल होगा, जब युवाओं को नौकरी और किसान सुखी रहेंगे। अखिलेश यादव मेले में करीब तीन घंटे बिताए।
ज्ञात हो कि 26 जनवरी शनिवार को उन्होने लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में झंडारोहण किया। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के प्रियंका गांधी को महासचिव बनाने के फैसले की सराहना की। जबकि वहीं इससे पहले कुंभ मेले में 3200 प्रवासी भारतीय यहां घूमने के लिए आए थे। इनके साथ ही मॉरीशस के पीएम अपनी पत्नी के साथ कुंभ का दिव्य दर्शन किया था।
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