नई दिल्ली। देश और प्रदेश में घोटालों को लेकर कारवाई काफी जोर पकड़े हुए है जिसकी बानगी है कि देश के अहम सूबे उत्तर प्रदेश में जहां खनन तथा रिवर फ्रंट समेत स्मारक घोटालों को लेकर छापेमारी भी की जा चुकी हैं। वहीं अब इसी क्रम में यमुना एक्सप्रेस वे जमीन घोटाले में आज बड़ी कारवाई की गई है।
गौरतलब है कि रविवार को यमुना एक्सप्रेस वे जमीन घोटाला मामले में सीबीआई ने अपने ही दो अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। दरअसल यह जमीन औद्योगिक विकास प्राधिकरण के तहत आती है। इसके अलावा इस मामले में उत्तर प्रदेश के एक तहसीलदार व एक अन्य के खिलाफ भी इस मामले में केस दर्ज किया गया है। सीबीआई के अधिकारी वी. एस राठौर इंस्पेक्टर सीबीआई, एसीबी गाजियाबाद, एएसआई सुनिल दत्त, तहसीलदार रणवीर सिंह का नाम केस में शामिल किया गया है।
ज्ञात हो कि पिछले साल जून में इस घोटाले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया था। इससे पहले इस घोटाले की जांच यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के चेयरमैन डॉ. प्रभात कुमार कर रहे थे। इसमें दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी, जबकि अथॉरिटी के पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता को गिरफ्तार भी किया गया था।
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