नई दिल्ली : सरकार ने भारतीय कूटनीति को जनोन्मुखी बनाने तथा प्रवासी भारतीयों के कल्याण के लिए पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के योगदान के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप चाणक्यपुरी स्थित प्रवासी भारतीय भवन और दक्षिणी दिल्ली स्थित विदेश सेवा संस्थान का नामकरण आज उनके नाम पर कर दिया।
दिवंगत श्रीमती स्वराज के जन्मदिन की पूर्वसंध्या पर प्रवासी भारतीय भवन का नाम सुषमा स्वराज भवन तथा विदेश सेवा संस्थान का नाम सुषमा स्वराज विदेश सेवा संस्थान कर दिया गया और इन दोनों इमारतों के द्वार पर यह बदलाव आज से दिखने लगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राजनय को जनता से जोड़ने और प्रवासी भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए अभूतपूर्व योगदान को स्मरण करते हुए श्रीमती स्वराज के 14 फरवरी को जन्म दिन के अवसर पर करने का फैसला किया गया है।
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में ही सुषमा को विदेश मंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद दिया था। इस पद पर रहते हुए सुषमा ने विदेश में रह रहे भारतीयों की मदद की दिशा में सराहनीय कार्य किए थे। वह लोगों से ट्विटर के जरिए जरिये कनेक्ट रहती थीं और उनकी समस्या का समाधान करती थीं। 6 अगस्त 2019 को उनका निधन हो गया था। स्वराज को गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया था। पिछले महीने हरियाणा सरकार ने अंबाला के बस अड्डे का नाम सुषमा स्वराज के नाम पर रखने की घोषणा की थी। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने बताया था कि 14 फरवरी को बस अड्डे का नया नामकरण किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सुषमा स्वराज ने जीवन के शुरुआती साल अंबाला में बिताए थे।
Disha News India Hindi News Portal